जयपुर,राजस्थान: की सड़कों पर उस समय अध्यात्म की अनूठी धारा बह निकली जब जयपुर म्यूजियम सबज़ोन के वैशाली नगर सेवाकेंद्र की रजत जयन्ती वर्ष के उपलक्ष में सेवाकेंद्र द्वारा 16 बग्गियों पर सवार 23 युवा बाल ब्रह्मचारिणी बहनों का कारवां निकला | सैकड़ों की तादाद में लोगों ने जगह – जगह फूल बरसाकर उनका भव्य स्वागत किया | इस मनोरम दृश्य को देखने के लिए सड़कों पर लोग ठहर गए | सबसे पहले बग्गी में ब्रह्माकुमारीज़ की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका तथा यूरोपियन सेवाकेन्द्रों की निदेशिका राजयोगिनी बीके जयन्ती दीदी सवार होकर उनका गौरव बढ़ा रही थी |
वैशाली नगर सेवाकेंद्र से समारोह स्थल तक तीन किलोमीटर शोभायात्रा निकाली गयी | समरोह स्थल पर हजारों की तादात में इन बहनों के दर्शन हेतु उमड़ पड़े थे | समर्पित होने वाली बहनों का भव्य स्वागत सत्कार तथा सजाधजा कर मंच पर बिठाया गया | सफ़ेद साड़ी और पीली चुनरी ओढ़े बहनों का रूहानी आकर्षण हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर रहा था |
इस अवसर पर संस्थान की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके जयन्ती दीदी ने कहा कि राजस्थान की धरती वीरों और सपूतों की धरती है | यहाँ की संस्कृति में त्याग और तपस्या का बल पहले से ही मौजूद है | इन बेटियों ने यह जीवन अपनाकर यह सिद्ध कर दिया है कि नारी समाज को बदलने का बीड़ा उठा सकती है | परमात्मा का ज्ञान और उनके तरफ अग्रसर कर जीवन को श्रेष्ठ बनाया जा सकता है | वे माता-पिता धन्य है जो इन बेटियों को ईश्वरीय सेवा के लिए समर्पित किया है |
ब्रह्माकुमारीज़, जयपुर सबज़ोन प्रभारी राजयोगिन बीके सुषमा दीदी ने कहा कि समर्पित होने वाली 23 बहनों में से 17 बेटियां राजस्थान की है | 5 बेटियां छतीसगढ़ से एवं 1 आसाम से है | इन्हें 5 साल तक प्रशिक्षित कर फिर ईश्वरीय सेवा के लिए समर्पित किया जा रहा है | समर्पित होने के बाद ये सभी बहनें अलग-अलग सेवाकेन्द्रों पर जाकर ईश्वरीय सेवा की कमान संभालेगी |
ब्रह्माकुमारीज़ के कर्यकारी सचिव राजयोगी बीके मृत्युंजय भाई जी ने कहा कि परमात्मा शिव माताओं बहनों को आगे कर नयी दुनिया का निर्माण कर रहे है |संस्थान नारी शक्ति का प्रबल उदाहरण है | ये ही बेटियां एक दिन समाज को बदलेंगी | उन्हें बधाई |
कार्यक्रम में मीडिया प्रभाग के अध्यक्ष राजयोगी बीके करुणा भाई जी, गलोबल हॉस्पिटल से राजयोगी बीके डॉ. प्रताप मिढा जी, महादेव नगर की प्रभारी राजयोगिनी बीके चन्द्रिका दीदी, अलाहबाद से राजयोगिनी बीके मनोरमा दीदी, जींद से राजयोगिनी बीके विजय दीदी सहित कई महानुभावों ने अपने विचार व्यक्त किये | तथा समर्पित होने वाली बहनों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी | इनके समर्पण की सारी रस्में पूरी की गयी |
इस अवसर पर उनके माता-पिता ने अपनी बेटियों को परमात्मा को साक्षी मानकर सेवा के लिए समर्पित कर दिया | जब माता-पिता और भाइयों ने अपनी बहनों को संस्थान में सेवा के लिए समर्पित किया तब सभी की आँखे छलक गयी | समर्पित होने वाली बहनों को पीली चुन्नी और मुकुट के साथ सजाया गया | श्वेत वस्त्रों में ये बहनें फ़रिश्ते लग रही थी |
फोटो: शोभायात्रा, मंच पर सजी बहनों का दरबार, सभा में उपस्थित लोग, दीप जलाकर एवं केक काटकर सेरेमनी मानते परिजन एवं संस्था के लोग |