नरसिंहपुर,मध्य प्रदेश। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय दिव्य संस्कार भवन नरसिंहपुर में 8 मई को आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर प्रोजेक्ट के अंतर्गत दया और करुणा के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, साथ ही मातृ दिवस भी मनाया गया।
कार्यक्रम में गोंडवाना महासभा की नगर अध्यक्ष बहन तरुण लता जी व महिला मोर्चा की महामंत्री बहन भारती कौरव जी की उपस्थिति में कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नरसिंहपुर सेवा केंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी राजयोगिनी कुसुम दीदी जी ने कहां दया एवं करुणा के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण बहुत आवश्यक है बिना आध्यात्म जीवन में दया और करुणा जैसे गुण नहीं आ सकते इस विषय पर उन्होंने प्रकाश डाला। उन्होंने बताया मूल्यनिष्ठ परिवार के लिए मां के योगदान बहुत आवश्यक है एक मां बच्चे की प्रथम गुरु होती है जो उन्हें बोलना सिखाती है एक एक शिक्षक के रूप में सही मार्गदर्शन भी देती है व एक सखा बनकर बच्चे का दुख सुख बांटती है संसार के सभी संबंध, बच्चा अपनी मां में ही देखता है अर्थात एक बच्चे के लिए उसकी मा ही उसका संसार होती है। उन्होंने कहा यदि मूल्यनिष्ठ परिवार के लिए मां अपने जीवन में दया करुणा स्नेहा शर्मा शांति प्रेम जैसे मूल्यों को लेकर आए अपने जीवन को दिव्य गुणों से सजाए तो बच्चों के अंदर वही संस्कार बनेंगे इसलिए, हर मां को जीवन में अध्यात्म को लाना बहुत आवश्यक है। इसके पश्चात आदरणीय ब्रम्हाकुमारी वंदना बहन जी के द्वारा दया एवं करुणा के वाइब्रेशन सारे विश्व में फैलाने के लिए राजयोग अनुभूति कराई गई साथ ही विश्व वंदनीय उन सभी मां के त्याग तपस्या और बलिदान को याद करते हुए एक बहुत सुंदर नाटक कुमारिया द्वारा प्रस्तुत किया गया।