मुख पृष्ठआजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओरचरखी दादरी : महाशिवरात्रि का पर्व तो सभी पर्वों में उत्तम है

चरखी दादरी : महाशिवरात्रि का पर्व तो सभी पर्वों में उत्तम है

चरखी दादरी,हरियाणा: किसी भी पर्व को अगर हम समझने जानने और शिक्षा ग्रहण करने की भावना से मनाते हैं तो वह हमारे जीवन में नई ऊर्जा का संचार करते हैं जिससे जीवन में सार्थक परिवर्तन आता है महाशिवरात्रि का पर्व तो सभी पर्वों में उत्तम है ।उक्त उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय चरखी दादरी सेवा केंद्र द्वारा आयोजित महाशिवरात्रि महोत्सव में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन भ्राता राजदीप फौगाट जी ने व्यक्त किए उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि का त्यौहार शिव का त्यौहर है इस दिन हमें शिव भगवान का ध्यान करने की प्रेरणा मिलती है। सभी मनुष्य है अगर वैर भावना,नफरत करना आदि विचारों को त्याग कर धार्मिक विचार रखे तो समाज में स्वत ही सभी में प्रेम और भाईचारा स्थापित हो सकता है। नगर परिषद के चेयरमैन भ्राता बक्शी सैनी भी विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित रहे उन्होंने कहा कि आज समाज में धर्म के प्रति आस्था धीरे-धीरे कम होती जा रही है ब्रह्माकुमारीज के द्वारा संगठित रूप में इस प्रकार शांतिपूर्ण माहौल में जो हम त्यौहार मनाते हैं उससे लोगों में फिर से भगवान के प्रति आस्था प्रेम बढ़ेगा और बुराइयां खत्म होगी उन्होंने सभी को शिवरात्रि की बधाई दी तथा एकजुट रहने और शुभ विचार रखने की प्रेरणा दी ।इस मौके पर डॉ दिलीप सांगवान रिटायर्ड डिप्टी डायरेक्टर पशुपालन विभाग ने भी सभी को कहा कि अगर हम सत्कर्म करते हैं तो यह भी एक तरह से शिव की आराधना ही होगी। हरियाणा युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भ्राता अजीत फोगाट ने भी सभी को शिवरात्रि के दिन बुराइयों को छोड़ने की अपील की तथा शिवरात्रि की बधाई दी ।ब्रम्हाकुमारी दादरी जिला प्रभारी बहन प्रेमलता जी ने महाशिवरात्रि का रहस्य स्पष्ट करते हुए बताया कि देवी देवता अनेक हैं लेकिन शिव परमात्मा एक परम शक्ति है जिनको हम शिवलिंग के रूप में पूजते हैं। इस दिन हम व्रत रखते हैं वास्तव में व्रत रखना है कोई न कोई बुरी आदत को छोड़ना।बेर चढ़ाने का अर्थ है अपने मन का वैर भाव शिव पर चढ़ाना है। उन्होंने कहा कि अभी हम 87 वी त्रिमूर्ति शिवजयंती मना रहे हैं यह त्यौहार शिव परमात्मा का इस धरा पर अवतरण का यादगार है ।यह कलयुग के अंत का समय है जब स्वयं शिव परमात्मा अपने सत्य ज्ञान से संसार का अज्ञानता का अंधकार दूर कर रहे हैं इस अवसर पर सुभाष जैन, बजरंग रोहिल्ला, करण सिंह सोनी, नंदलाल ठुकराल, चुन्नीलाल बंसल, रोशनी शर्मा पूर्व बीइओ भी विशेष रूप से उपस्थित रहे । इस अवसर पर एक बहुत ही सुंदर नाटिका के माध्यम से परमात्मा शिव एक है वही सभी का रचयिता है यह संदेश दिया। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने केक कटिंग, दीप प्रज्वलित किया साथ ही शिव ध्वज फहराया गया बहन प्रेमलता जी ने सभी को  शुभ भावना रखने की प्रतिज्ञा कराई सैकड़ों की संख्या में उपस्थित भाई बहनों ने शिव संदेश प्राप्त किया तथा राजयोग की अनुभूति की ।

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