मुख पृष्ठआजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओरअबोहर : नारी शक्ति की अदभुत मिसाल थी जगदबा सरस्वती

अबोहर : नारी शक्ति की अदभुत मिसाल थी जगदबा सरस्वती

अबोहर,पंजाब : ब्रह्माकुमारीज स ́स्था की प्रथम मुख्य प्रशासिका जगदबा सरस्वती की 58 वी ́ पुण्य तिथि के उपलक्ष्य मे ́ स्थानीय राजयोग आश्रम में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। केन्द्र प्रभारी पुष्पलता बहन ने उनकी याद मे ́ ध्यान और योग के लिए विशेष रूप से प्रेरित किया। इस अवसर पर मुयतिथि नगर निगम मेयर विमल
ठठई ने कहा कि जगदबा सरस्वती का जीवन बहुत ही सरल और महान था। वे नारी शक्ति की अदभुत मिसाल थी। उनके बताये रास्ते पर चलकर हम अपने जीवन मे ́ सकारात्मक बदलाव ला सकते है ́। ‘मा ́ जगदबा के शक्ति स्वरूप जीवन पर प्रकाश डालते हुए राजयोग शिक्षिका सुनीता बहन ने कहा कि वे सर्वगुण सपन्न थी। नारी के रूप मे ́ देवी का अवतार थीं। मूल्य और व्यवहार उनके प्रत्येक कर्म से दि१ता था। उनके आदर्शों पर ही चलकर आज युवा बहनो ́ व भाईयो ́ ने अपने जीवन को इस ईश्वरीय सेवा कार्य मे ́ लगाया है। राज सदोषभाई ने जगदबा सरस्वती द्वारा नारी शक्ति को दिखाए गये श्रेष्ठ मार्ग से जुडने पर खुदको भाग्यशाली मानते हुए कहा कि प्रत्येक नारी यदि इनके पदचिन्हो ́ पर चलने की कोशिश करे तो विश्व परिवर्तन का सकल्प पूरा किया जा सकता है। अमृतसर के परिवार से सब ́धित जगदबा सरस्वती के चित्र पर पुष्पा ́जलि अर्पित करने वालो ́ मे ́ उप केन्द्र प्रभारी दर्शना बहन, डा. कंचन, डा. संजय गुप्ता, डा. रितूू गुप्ता, रमेश शर्मा एडवोकेट, सेवानिवृत आयकर अधिकारी बलराम सिंगला, श्रीमती रोजी ठठई व शालू बहन आदि शामिल थे।

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