ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा आयोजित बच्चों का व्यकित्तव विकास कैंप हुआ सम्पन्न

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बच्चों ने सीखे जीवन में सफलता के अनेक गुर

अभिभावक बनें बच्चों के लिए रोल माडल- ब्रह्माकुमारी प्रेमलता

मोहाली,पंजाब : भारत की आजादी के 75 वर्ष के उपलक्ष में देश में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है । इसी संदर्भ में ब्रह्माकुमारीज़ की अंतरराष्ट्रीय संस्था की मोहाली शाखा द्वारा  सुख शांति भवन फेज 7 में आजादी का अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर अभियान के अंतर्गत बच्चों के समग्र मानसिक व व्यक्तित्व विकास के लिए  एक 6 दिवसीय भव्य  समर कैंप का आयोजन किया गया जिसका  आज प्रातः समापन समारोह सम्पन्न हुआ ।

कैंप में  11 से 15 वर्ष  आयु के  विभिन्न स्थानो से 45 बच्चों ने भाग लिया। कैंप में बच्चों की प्रतिभा उजागर करने के लिए बहुत रूची के विषयों  जैसे: इनर ब्यूटी, ऐंजल आफ हैपीनैस, सबसे अच्छा दोसत-परमात्मा, मैडीटेशन का जादू, परीक्षा का भय, फन मेथेमेटिक्स, सफलता के लिए विचार शक्ति, सकारात्मक चिंतन,   एकाग्रता को कैसे बढ़ाएं, योग शक्ति आदि पर अनुभवी शिक्षकों की कलासें रही ।  इसके इलावा  प्राणायाम, सैक रेस, थ्री लेग रेस व  इनडोर  मूल्य आधारित  खेल व क्विज आदि का आयोजन  भी कैंप में करवाया गया ।

समापन समारोह में बच्चों के साथ उनके अभिभावकों ने भी भाग लिया। बच्चों ने उनके सम्मुख अपनी सीखी गई कलाओं, प्रतिभाओं व अदभुत क्षमताओं का परिचय देते उन्हें प्रदर्शित किया और उपस्थित अभिभावकों के  मन को मोह लिया। कुमारी परिनिती ने दिव्य गीत, कुमारी संजना ने नृत्य, कुमारी रूबायत व कुमारी पाबनी ने कमैंटरी से योग, कुमारी प्रियांसी ने कैंप में अपने अंदर आये परिवर्तन सभी के सामने व्यक्त किये ।

अंत में मोहाली-रोपड़ क्षेत्र के राजयोग केंद्रों की संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी प्रेमलता बहन जी ने अपने आशीर्वचनों में  कहा कि बचपन एक संुदर तोहफा  व जीवन की नींव है जिसमें बच्चों को दुनियां की चुनौतियों व धोखों के बारे जागरूक कर अभिभावुक उन्हें  रोल माडल बनकर सकारात्मक दिशा दें व शक्तिशाली बनायें । इसी उम्र में अच्छे संस्कारों का सृजन हो सकता है । बच्चे ही  भावी समाज, देश व विश्व का कर्णधार हैं, उन्हें आध्यात्मिकता भी सिखायें । ब्रह्माकुमारी प्रेमलता बहन जी व ब्रह्माकुमारी डा. रमा बहन जी ने सभी को ईश्वरीय सौगात व प्रसाद देकर शुभ कामनाएं दी । सभी को निःशुल्क साप्ताहिक राजयोग सीखने के लिए भी आमंत्रित किया गया । बी.के. मीना बहन जी ने सफल मंच संचालन किया ।

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