नशा नाश की जड़ है – ब्रह्माकुमारी आदर्श दीदी
ग्वालियर,मध्य प्रदेश। आज प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के मेडिकल विंग एवं जिला प्रशासन के सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण विभाग द्वारा “अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस” पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री अनुज शिवहरे (समग्र सा.सु.वि. अधिकारी, सामाजिक न्याय विभाग जिला ग्वालियर), ब्रह्माकुमारीज लश्कर की मुख्य इंचार्ज बी.के. आदर्श दीदी, बी.के. प्रहलाद भाई, उपस्थित थे।
कार्यक्रम के शुभारंभ में बी.के. आदर्श दीदी जी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आज कहीं पर जाओ तो हर दूसरा तीसरा व्यक्ति नशा करता हुआ मिलता है । छोटे छोटे बच्चे भी नशे करते हुए मिल जाते है | तो यह अच्छा संकेत नहीं है | आज समाज के हर व्यक्ति को यह जिम्मेबारी लेनी पड़ेगी कि जैसे हम नहीं करते वैसे हम हपने से जुड़े उन सभी लोगो को भी नशे से दूर रखने के लिए सदैव प्रयासरत रहेंगे | नशे के दुष्प्रभाव बताकर लोगो को रोकेगे टोकेंगे तो निश्चित तौर पर लोगो में जागरूकता आएगी | आज लोग नशे को फैशन समझकर उसकी ओर बढ़ रहे है | जबकि नशा नाश की जड़ है | इसलिए इससे खुद बचें और दूसरों को बचाए |
उन्होंने आगे बताया कि ब्रह्माकुमारीज संस्थान का मेडिकल विंग लगातार इस क्षेत्र में पिछले कई वर्षो से कार्य करा रहा है | पूरे भारत में “मेरा भारत व्यसन मुक्त भारत अभियान” भी ब्रह्माकुमारीज संस्थान के द्वारा चलाया जा रहा है | जिससे लाखों लोगों के जीवन में सुधार आया है | आज नशा निवारण दिवस पर उन्होंने सभी से अपील की नशे को सभी के जीवन से हटाना है और अपने शहर, प्रदेश और देश को नशा मुक्त बनाना है |
तत्पश्चात कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे जिला प्रशासन के सामाजिक न्याय विभाग से भ्राता अनुज शिवहरे जी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि जो आज वैश्विक परिवेश है उसमे हमारी जीवन शैली पाश्चात्य की ओर जा रही है | हम अपनी भारतीय संस्कृति को भूलकर पाश्चात्य सभ्यता को अपना रहे है | उसी का परिणाम है कि आज लोग किसी न किसी तरह के नशे का शिकार है| कोई भी दिवस हम जब मनाते है चाहे नशा निवारण दिवस हो या फिर अन्य कोई दिवस तो यह सब इसलिए ही मनाये जाते है ताकि उसके प्रति हमारी जागरूकता बढे |
नशा मुक्ति का प्रचार प्रसार हम सभी को करते रहना चाहिए | कई लोग समझते है कि नशा करने से हम चिंता से बच सकते है जबकि यह पूरी तरह से गलत है | नशा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है | परिवार का कोई भी सदस्य यदि नशा करता है तो उसका पूरे परिवार पर असर पड़ता है ख़ासकर के माताएं बहनें ज्यादा परेशान हो जाती है | तो उन्होंने कहा कि मैं सभी से अनुरोध किया कि नशा ना करें और ना करने दें | कार्यक्रम के अंत में सभी नें शपथ भी ली |
कार्यक्रम का कुशल संचालन एवं आभार बी. के. प्रहलाद भाई के द्वारा किया गया