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सादाबाद: ब्रह्माकुमारीज में ‘मातृ दिवस’ पर स्वस्थ और सुखी परिवार के लिए माताओं की भूमिका पर कार्यक्रम

सादाबाद (उ. प्र.): प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से रविवार को ‘मातृ दिवस’ पर सेवाकेंद्र शिव शक्ति भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्वस्थ व सुखी परिवार के लिए माताओं की भूमिका विषय पर आयोजित कार्यक्रम में जिला प्रभारी ब्रह्माकुमारी सीता  दीदी ने कहा कि वर्तमान समय में परिवार में बढ़ रही विकृतियों को खत्म कर एकता, प्रेम व स्नेह के सूत्र में बांधने का श्रेष्ठ कार्य माता ही कर सकती है।मुसीबत के वक्त मां अपने ज्ञान, संस्कार, आदर्श की शक्ति से अपनी संतान की ढाल बन जाती है तो कभी अंगुली पकड़कर चलना सिखाती है। मां हर वक्त संतान सुख की कोशिश में रहती है।  मां की पालना द्वारा हर एक  पूरे विश्व में चाहे जो कर सकता है। क्योंकि भगवान ने भी जब नजर घुमाई तो भगवान को भी यही लगा कि नारी ही विश्व का कल्याण कर सकती है। इसलिए परमात्मा ने ज्ञान का कलश माता के ऊपर रखा। 

वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके भावना दीदी ने कहा संस्था के संस्थापक प्रजापिता ब्रह्मा बाबा ने सस्था की हैड माताओं को बनाया | परमात्मा शिव ने माताओं के ऊपर ज्ञान कलश रखकर  विश्व कल्याण का कार्य करा रहे है |आगे दीदी ने बताया देखा जाए तो  धरती माता संभवतः सबसे अधिक पोषण करने वाली माता है। धरती माता हमें अपनी प्रचुरता और उदारता प्रदान करती है और हमारा भरण- पोषण करती है। आख़िर माँ के प्यार के साथ-साथ खाना और पानी भी ज़रूरी है। वह जाति या धर्म पर विचार किए बिना या अंशों को मापे बिना, बिना शर्त भी देती है। उसकी समृद्धि सभी के आनंद के लिए है। ऐसी ही दो आध्यात्मिक माताए एक संस्था की पूर्व मुख्य प्रशशिका दादी जानकी जी और दूसरी मदर टेरेसा। दोनों छोटे-छोटे कमजोर शरीर में पैक थी और फिर भी अपनी निस्वार्थता और उदारता से लाखों दिलों को जीतने में कामयाब रहे। वे न तो घड़ी देखते , न ही अपनी व्यक्तिगत ज़रूरतें, और वे प्रत्येक व्यक्ति को अपनी शक्ति और सर्वोच्च आत्म-सम्मान में लाने के लिए साझा करना जारी रखते हैं।

शिक्षा विभाग से वरिष्ठ शिक्षक डॉ. ज्वाला सिँह ने कहा कि माँ हमेशा माँ ही रहेगी! उन्हें प्रेम, दया और करुणा की गर्मजोशी का उपहार दिया गया है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उसके बच्चे को कितनी उपाधियाँ या प्रशंसाएँ मिलती हैं, एक माँ के लिए उसका बच्चा अभी भी एक बच्चा ही है, कोई वीआईपी या सेलिब्रिटी नहीं!

मातृ शक्ति बाल ब्रह्मचारी बहने बीके सीमा बहिन, बीके मिथलेश बहिन, बीके बबिता बहिन,राधा बहिन, कमलेश बहिन, रश्मि बहिन, कुमारी आयुषी,आदि ने अपने विचार रखे| इसके अलावा कवि सुरेश सादाबादी ने काव्य रचना प्रस्तुत की व   ने अपनी शुभकामनायें व्यक्त की |

कार्यक्रम में आयी माताएँ केला देवी, बिरमा माता, कमलेश वर्मा, उमा माता, देवकी, बेबी, स्नेहलता, मिथलेश, सर्वेश,  आदि सभी का ब्रह्माकुमारीज की ओर से सम्मान व स्वागत हुआ |

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