अम्बिकापुर, छत्तीसगढ़: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईशवरीय विश्व विद्यालय द्वारा नव विश्व भवन चोपड़ापारा में ध्वजारोहण कर 78वां स्वतंत्रता दिवस बड़े ही मनोरंजक गीत – संगीत तथा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया जहां सभी अतिथियों सहित सरगुजा संभाग की मुख्य संचालिका बी.के. विद्या दीदी जी ने स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए बताया कि आज – अंग्रेेजों की गुलामी से तो हम आज़ाद हो गये लेकिन अब भी कई प्रकार के बंधनों जैसे – अपने मन का बंधन, विकारों (काम,क्रोध,लोभ,मोह,अहंकार ) का बंधन ऐसे अनेक बंधनों में जकडे़ हुये है, बंधन अर्थात् ही दुःख और आज मानव दुःखी है परेशान है इससे स्पष्ट है कि सभी किसी न किसी बंधन में बंधे हैं और सभी अंदर से इस बंधन से छुटना चाहते हैं। लेकिन बाह्य रूप से बंधन ही उन्हें अच्छा लगता है जब हम इन विकारों से मुक्त होंगे तभी जिस रामराज्य का स्वप्न हम भारतवासी देख रहे हैं उस रामराज्य का सपना पुरा कर सकेंगे। आगे दीदी जी ने तिरंगे के तीनों रंगों की बहुत ही सुन्दर व्याख्या करते हुए बताया कि केसरिया रंग त्याग का प्रतीक है, सफेद पवित्रता का और हरा रंग सुख का प्रतीक है। जब तक हमारे जीवन में त्याग और पवित्रता नहीं तब तक सुख आ नहीं सकता।
तत्पश्चात बार एसोसिएशन् के सचिव भ्राता विजय कुमार तिवारी जी ने भी स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा आज पुरे विश्व में शांति की आवश्यकता है। भारत को हम विश्व गुरू के रूप में देखना चाहते हैं और वह कार्य केवल प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज संस्थान द्वारा ही किया जा सकता है उन्होंने आगे कहा कि ब्रह्माकुमारीज में जो भाई – बहिनें हैं वह सचमुच के देवदूत हैं और ये ही पुरे विश्व में शांति ला सकते हैं इसके बाद भ्राता मनोज कंसारी जी ने भी स्वतंत्रता दिवस पर अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर कुमारी मीनू एंव आरोही ने सुन्दर देश भक्ति नृत्य प्रस्तुत की।