आबू रोड,राजस्थान: 13 सितंबर, 2024 को यज्ञ के अनमोल रत्न बीके डॉ. प्रेम मसंद जी को अचानक हार्ट अटैक आया और अपना पार्ट पूरा कर बाबा की गोदी में समा गए। 14 उनका सितंबर, 2024 को पार्थिव शरीर का मधुबन के चारों धामों की यात्रा कराते हुए सायं 4.30 बजे नदी के पास ब्रह्माकुमारीज मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया।
उन्होंने 1979 में मेडिकल कॉलेज इंदौर से एमडी करने के दौरान ब्रह्माकुमारीज़ के संपर्क में आए। उन्होंने यूएसए में रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट के रूप में काम किया। भारत लौटने के बाद कुछ समय तक दिल्ली में काम किया। 1994 में उन्होंने अपना जीवन ब्रह्माकुमारीज़ संगठन को समर्पित कर दिया।
वे पिछले 30 वर्षों से ब्रह्माकुमारीज़ के शांतिवन में रह रहे थे। उन्होंने शांतिवन के ट्रोमा हॉस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक के रूप में काम किया। वे मेडिकल विंग के संयुक्त सचिव थे।
उन्होंने विभिन्न स्थानों पर समग्र स्वास्थ्य मेलों के माध्यम से सेवाएं शुरू कीं। वे एक मोटिवेशनल वक्ता थे। उन्होंने विभिन्न कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, चिकित्सा संघों, सामाजिक संगठनों और सम्मेलनों में 6000 से अधिक मल्टीमीडिया प्रस्तुतियाँ दी हैं।
वे एक लोकप्रिय वक्ता थे। उन्होंने जीवन के सभी क्षेत्रों में लोगों को सशक्त और प्रेरित करने के लिए वैश्विक यात्रा की है। हम उनकी यादों को हमेशा संजोकर रखेंगे। हम अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
ऐसे महान विभूति को ईश्वरीय परिवार की ओर से श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं।