जीवन के प्रति सजग होने के साथ-साथ अब सड़क संस्कृति बनाने का समय आ गया है -बृहस्पति कुमार
गाड़ी चलाना यह केवल कौशल नहीं बल्कि एक जिम्मेदारी पूर्ण कार्य है- बीके शैलजा
छतरपुर,मध्य प्रदेश। सड़क दुर्घटनाओं में दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पण करना और पीड़ित लोगों के परिवार को सहयोग देने के लक्ष्य से, संयुक्त राष्ट्र द्वारा नवम्बर मास के तीसरे रविवार को वर्ल्ड डे आफ रिमेंमब्रेंस अर्थात ‘सड़क दुर्घटना में पीड़ितों प्रति विश्व स्मृति दिवस’ घोषित किया गया, इस प्रोजेक्ट को ब्रह्माकुमारीज़ के यातायात प्रभाग ने अपनाते हुए वृहद स्तर पर इस कार्यक्रम को मनाना प्रारंभ किया। इसी प्रोजेक्ट के तहत ब्रह्माकुमारीज़ किशोर सागर में भी यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी आयोजित किया गया जिसमें दिवंगत आत्माओं के परिवारजनों को संबल देने के उद्देश्य से आमंत्रित किया गया।
इस कार्यक्रम में छतरपुर यातायात प्रभारी बृहस्पति कुमार साकेत ने कहा कि हमें अन्य संस्कृतियों के साथ अब सड़क संस्कृति को भी अपनाना होगा क्योंकि इसी एक आचरण या संस्कृति को अपनाकर हम दुर्घटनाओं को कम सकते हैं और आगे आने वाली पीढ़ी को संस्कार देकर कुछ सिखा सकते हैं। उन्होंने प्रोजेक्टर के माध्यम से छोटे-छोटे वीडियो क्लिप दिखाकर सभी को जागरूक किया।
छतरपुर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शैलजा ने कहा छोटी छोटी गलतियों से बड़े-बड़े नुकसान हो जाते हैं ऐसे नुकसान हो जाते हैं जिनकी भरपाई करना हमारे लिए असंभव हो जाता है तो ऐसी स्थिति हमारी न आने पाए इसके लिए ब्रह्माकुमारीज़ के यातायात प्रभाग द्वारा एक अभिनव पहल जिसका नाम है “यात्री कृपया ध्यान दें”ध्यान से मतलब है अटेंशन, सावधानी, जागरूकता, गाड़ी चलाना या कार चलना केवल यह कौशल नहीं है लेकिन यह एक जिम्मेदारी पूर्ण कार्य है तो जब हम अपने बच्चों के हाथ में वाहन देते हैं तो हम निश्चित ही उन्हें वह संस्कार भी अवश्य दें जो ट्रैफिक संबंधित नियम हैं,कायदे बने हुए हैं उनको हमें अवश्य पालन करना है।
इस अवसर पर विधिक सेवा प्राधिकरण सहायता अधिकारी हेमंत कुमार, सिविल लाइन थाना प्रभारी वाल्मीकि चौबे, समाजसेवी शंकर लाल सोनी, पत्रकार सुरेंद्र अग्रवाल सभी ने कार्यक्रम की सराहना की और सभी दिवंगत आत्माओं के परिवार प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं साथ ही सड़क दुर्घटना में दिवंगत आत्माओं के परिवारजन हैप्पी चानना, सुरेंद्र सक्सेना, एडीफाई स्कूल जयप्रकाश यादव, न्यू मॉर्निंग स्कूल विजय सोनी पापुलर बुक डिपो से कीर्ति अग्रवाल, अर्चना चौरसिया, सहित अन्य लोग भी शामिल हुए।
कार्यक्रम के अंत में बीके कल्पना द्वारा मेडिटेशन और ओम ध्वनि कराई गई तत्पश्चात सभी ने मोमबत्ती जलाकर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी। बीके रमा द्वारा सभी को ईश्वरीय स्लोगन भेंट किए गए एवं मंच का कुशल संचालन बीके रीना द्वारा किया गया।