ब्रह्माकुमारीज आनन्द सरोवर में संस्था की अन्तर्राष्ट्रीय संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी सुदेश दीदी जी तथा अतिरिक्त महासचिव राजयोगी मृत्युंजय जी की पावन उपस्थिति में आयोजित 5 बहनों के विशाल प्रभु समर्पण समारोह में हजारों की संख्या में लोग शामिल
– हरियाणा सरकार के लोक निर्माण एवं जन स्वास्थय मंत्री श्री रणबीर सिंह गंगवा जी ने की बतौर मुख्य अतिथि शिरकत
सिरसा,हरियाणा: ब्रह्माकुमारीज आनन्द सरोवर में अयोजित विशाल प्रभु समर्पण समारोह में हरियाणा के विभिन्न स्थानों से हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए और जन सेवा में आजीवन समर्पित होने जा रही पांच बहनों के प्रति अपनी भावनाओं को प्रकट किया। यह प्रभु समर्पण समारोह संस्था की अन्तर्राष्ट्रीय संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी सुदेश दीदी जी की पावन उपस्थिति में सम्पन्न हुआ जिसमें हरियाणा सरकार के लोक निर्माण एवं जन स्वास्थय मंत्री श्री रणबीर सिंह गंगवा जी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इसके अलावा संस्था के अतिरिक्त महासचिव राजयोगी मृत्युंजय जी, पंजाब जोन इन्चार्ज राजयोगिनी उत्तरा दीदी जी, बठिण्डा सबजोन इन्चार्ज राजयोगिनी कैलाश दीदी, हिसार से राजयोगिनी रमेश दीदी, करनाल से बी के किरण दीदी, चण्डीगढ़ से बी के अनिता दीदी जी तथा बी जे पी जिला अध्यक्ष श्री शीशपाल कम्बोज जी भी इस मौके विशेष तौर पर उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि हरियाणा सरकार के लोक निर्माण एवं जन स्वास्थय मंत्री श्री रणबीर सिंह गंगवा जी ने कहा कि वर्तमान समय आधुनिकता तथा भौतिकता की चकाचैंध भरे वातावरण में समाज सेवा में आजीवन समर्पित होने जा रही ये ब्रह्माकुमारी बहनें युवा पीढ़ी के लिए एक महान आदर्श हैं। उन्होंने कहा कि हमारा पारिवारिक, सामाजिक और अन्य हर क्षेत्र में व्यवहारिक जीवन कैसा होना चाहिए, यह सीख इस विश्वविद्यालय से मिलती है और यहां आकर होने वाला शांति का अनुभव मन को बहुत सुकून प्रदान करता है। इस मौके उन्होंने अपनी हार्दिक शुभ भावनाएं व्यक्त करते हुए सभी को बधाई भी दी।
राजयोगिनी सुदेश दीदी जी ने कहा कि आत्मा का परमात्मा से मिलन ही सच्चा स्वयंवर और सच्ची शादी है जब इन पवित्र बहनों ने पावर्ती समान अपनी वृत्तियों को पवित्र बनाकर, शिव परमात्मा को अपना जीवन समर्पित कर उन्हें वर लिया है। इन शक्तिशाली बहनों की मानसिक स्थिति भी पार वतन अर्थात परमधाम में स्थित होकर इस संसार से उपराम हो गई है। इन बहनों की यही स्थिति आध्यात्मिक सेवा का श्रेष्ठतम साधन है।
राजयोगी मृत्युंजय जी नें सिरसावासियों को बधाई देते हुए कहा कि आज का यह समारोह प्रभु समर्पण के प्रति प्रेम की एक मिसाल बन गया है, यहां उपस्थित विशाल जनसमूह इस बात का प्रतीक है कि प्रभु समर्पण के प्रति सबके मन में कितनी श्रेष्ठ भावनाएं है। उन्होंने कहा कि जैसे पंजाब में पांच नदियां अपने पवित्र जल से धरती को सींच कर सबको जीवन प्रदान करती हैं इसी प्रकार ये पांच बहनें ज्ञान की नदियां बनकर खुशी और शांति से हर मन का सींचन करेंगी।
इसके अलावा समारोह में उपस्थित संस्था के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों नें भी अपने भाव रखे और समर्पित हो रही पंचों बहनों को शुभ कामनाएं दी।
इस भव्य आयोजन का मुख्य आकर्षण पांचों बहनों नें शिवलिंग पर वरमाला डालकार समर्पण की रसम को निभाया और शिव पर समर्पित जीवन से मानव सेवा को आजीवन निभाने का संकल्प किया।
कार्यक्रम के दौरान प्रसिद्ध गायक बी के चांद बजाज, प्रबुद्ध कलाकारों की संास्कृतिक प्रस्तुतियों तथा नृत्यों नें भी समा बांधा।