भारत पुनः सुख शांति की राजधानी बनेगी
महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव ध्वजारोहण किया गया।
नवापारा राजिम, छत्तीसगढ़ : महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर राजिम कुंभ कल्प 2025 में आए हुए महामंडलेश्वर संत महात्माओं ने आज ब्रह्माकुमारी सेंटर पर आगमन हुआ और उन्होंने अपने हस्तो के द्वारा शिव का ध्वज लहराया। सबसे पहले विधिवत्त पूजन किया नारियल फोड़ा और अपने हस्तों से झंडा लहराया। सभी ने तीन बार ओम शांति की ध्वनि की। इस अवसर पर इंदौर से पधारे धार्मिक प्रभाग़ के जोनल कोऑर्डिनेटर ब्रह्माकुमार नारायण भाई ने कहा कि 89वी शिव जयंती का ध्वज लहराते हुए कहा अब वह समय नजदीक आ गया जब सारी विश्व की आत्माएं इस सत्य को स्वीकार करेगी कि जिसको हम जन्म जन्म से पुकारते आए हैं अब वह परमात्मा आ गया, आ गया ।सभी को शिव जयंती की दिल से बधाई दी । महाशिवरात्रि का पर्व अज्ञान रूपी रात्रि से ज्ञान रूपी सवेरे की ओर ले जाने का प्रतीक है। अब हमें अज्ञान से उठकर ज्ञान की ओर प्रवेश करना है। में कौन, मेरा कौन, में देह नहीं मे इक आत्मा हूं मेरा पिता शिव परमात्मा है ।इसी से जीवन सुख शांति से भरपूर बनेगा ।स्वयं के परिवर्तन से विश्व परिवर्तन होगा ।भारत पुनः सुख शांति की राजधानी बनेगी।ब्रह्माकुमारी पुष्पा बहन ने भी कहा कि सबका जीवन सुख शांति से भरपूर बने और यह भारत पुनः विश्व गुरु बने यही मेरी शुभ इच्छा है। शिव जयंती आध्यात्म की जयंती है। जब व्यक्ति के अंदर प्रज्ञा जग जाती है अध्यात्म का प्रवेश हो जाता है तो मन शांत, बुद्धि निर्मल, चित् एकाग्र हो जाती है और जीवन त्याग, तपस्या, सेवा, साधना के पद पर अग्रसित होने लगता है ।जैसी हमारी चेतना होती है वैसा हमारा चित होता है। चेतना सत्य से आध्यात्म से ओत प्रोत हो तो चित् आनंद निर्मलता की अंगड़ाइयां लेने लगता है। महामंडलेश्वर जालेश्वर अयोध्या से पधारे उन्होंने कहा की ब्रह्माकुमारी ही विश्व में शांति स्थापना कर सकती है अब वह दिन दूर नहीं जो भारत वापस शांति दूत बनेगा। झंडा रोहण के कार्यक्रम में महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद गिरी मुंबई, महामंडलेश्वर अक्रिय जी महाराज जोधपुर ,भागवत आचार्य जलेश्वर जी महाराज अयोध्या ,साध्वी अरुना भारती, साध्वी जय श्री माता, महंत राम रूप दास महा त्यागी, आचार्य परमानंद जी सतना, ब्रह्माकुमारी भारती कटनी ,गुरु मां सुमिरन माई राजनंदगांव, महामंडलेश्वर योगीराज चैतन्य जी महाराज, महामंडलेश्वर अनंता नंद जी, महामंडलेश्वर चंद्रशेखर आनंद जी दिल्ली ,महामंडलेश्वर त्रिवेंदानंद जी हरिद्वार सभी की उपस्थिति में शिव ध्वजारोहण किया गया।







