जिंदगी के सफर का सबसे खूबसूरत हमसफर है हमारा परिवार – बीके शैलजा
छतरपुर, मध्य प्रदेश। ब्रह्माकुमारीज़ किशोर सागर में अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम – हमारा लक्ष्य है घर बनें मंदिर। हमें घर-घर को मंदिर बनाना है, हमें कलयुग को सतयुग बनाना है। इस नरक को स्वर्ग बनाना है तो यह संसार स्वर्ग कब बनेगा जब घर-घर स्वर्गिक वातावरण होगा, घर-घर मंदिर जैसा वातावरण होगा तो यह सारा संसार मंदिर बन जाएगा, स्वर्ग बन जाएगा। तो इसीलिए हम परिवार को न केवल जोड़ना सिखाते हैं लेकिन हर परिस्थिति में परिवार को साथ लेकर चलने की बात हैं। कहते हैं कि जिंदगी अगर एक सफर है तो इसका सबसे खूबसूरत हमसफर है हमारा परिवार। परिवार के बिना तो जिंदगी का सफर ना तो शुरू किया जा सकता है और न ही उसका आनंद लिया जा सकता है और न ही जीवन के सफर को पूरा करके लक्ष्य तक पहुंचा जा सकता है। हमारा परिवार हमारा सबसे प्यारा और सबसे मजबूत सपोर्ट सिस्टम होता है, हमारा सहयोगी होता है। इसलिए परिवार के महत्व को समझकर परिवार को साथ लेकर चलना ही हमारी समझदारी है।
उक्त उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय किशोर सागर में अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस के उपलक्ष्य में घर बनें मंदिर विषय पर आयोजित कार्यक्रम में छतरपुर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शैलजा बहन जी ने व्यक्त किये।
कार्यक्रम की शुरुआत विश्व एक परिवार के रूप में विश्व शांति के लिए मेडिटेशन और ईश्वरीय महावाक्यों से हुई। तत्पश्चात आपसी समभाव एवं एक परिवार की भावना को कायम रखने के लिए सामूहिक ब्रह्मा भोजन का आयोजन किया गया।
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