रीवा,मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश की एकमात्र जीवित सुरंग 25 फीट की गहराई में स्थित (बघेल राजवंशों के शासन काल में निर्मित में) कई विधाओं की प्राचीन कलाकृतियों की प्रदर्शनी का अनूठा प्रदर्शन एतिहासिक वेंकट भवन के सुरंग में किया गया।
यह चित्र प्रदर्शनी गोंड राजवंशों से लेकर संपूर्ण मध्य प्रदेश के प्राचीन मूर्ति कलाओं, स्थापत्य कला, भवन निर्माण कला,को प्रदर्शित किया गया था। यहचित्रकला प्रदर्शनी विंध्य क्षेत्र के प्रसिद्ध बघेल राजवंशों के ऐतिहासिक वेंकट भवन के भूतल में स्थित 25 फीट गहराई में प्राचीन सुरंग में लगाई थी।
इस कार्यक्रम में रीवा अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के प्रो. राजेंद्र प्रसाद कुररीया, इतिहास विभाग के प्रो. महेश चंद्र श्रीवास्तव, इतिहासकार असद खान, ब्रह्माकुमारीज संस्थान के कला एवं संस्कृति प्रभाग रीवा के संयोजक बीके. प्रकाश , वरिष्ठ समाज सेवी सरदार प्रहलाद सिंह एवं 25 सदस्यों की ब्रह्माकुमारीज की टीम तथा कार्यक्रम संयोजक डॉक्टर मुकेश एंगल, और प्राचार्य दीपक तिवारी सहित सैकड़ो की संख्या में जनमानस बुद्धिजीवी वा गणमान्य जन मौजूद रहे।










