वाराणसी,उत्तर प्रदेश । 34वीं वाहिनी पीएसी वाराणसी में आयोजित एक विशेष सत्र के दौरान मोटिवेशनल स्पीकर एवं प्रोफेसर डॉ. ई.वी. गिरिश भाई ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे 600 रिक्रूट आरक्षियों को “जीवन को खुशनुमा बनाने की कला” विषय पर मार्गदर्शन प्रदान किया।
इस अवसर पर सेनानायक श्री पंकज कुमार पांडे (IPS) सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में डॉ. गिरिश भाई ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में कहा कि सकारात्मक चिंतन, अनुशासन एवं नैतिक मूल्यों के माध्यम से न केवल व्यक्तिगत जीवन को आनंदमय और संतुलित बनाया जा सकता है, बल्कि संगठन और समाज में भी सार्थक योगदान दिया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि जीवन की चुनौतियों को अवसर के रूप में स्वीकार करते हुए धैर्य एवं आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ना ही सफलता का मूल मंत्र है। जवानों ने उनके विचारों को गंभीरता से सुना और जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।
आदरणीय बी.के. सरोज दीदी ने संबोधित करते हुए कहा कि आध्यात्मिक मूल्यों को अपनाकर मनुष्य अपने जीवन को सुखमय और संतुलित बना सकता है। उन्होंने उपस्थित सभी को पवित्र और सकारात्मक जीवन जीने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया।
इसी क्रम में आदरणीय बी.के. वंदना दीदी ने भी संबोधित करते हुए कहा कि आध्यात्मिक शक्ति ही मनुष्य को कठिन परिस्थितियों में धैर्यवान और सफल बनाती है। उन्होंने जवानों को जीवन में आत्मबल को सर्वोपरि रखने का संदेश दिया।
कार्यक्रम के समापन पर सहायक सेनानायक श्री नरेश सिंह यादव ने डॉ. गिरिश भाई का आभार व्यक्त किया और उपस्थित जवानों को सदैव प्रसन्नचित्त, अनुशासित एवं कर्तव्यनिष्ठ बने रहने का संदेश दिया।
इस अवसर पर आदरणीय बी.के. चंदा दीदी, साधना बहन, बी.के. धिरेन्द्र, बी.के. ओ. एन. उपाध्याय, श्याम भाई, सोरभ भाई, सत्यम भाई सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।





