छतरपुर ब्रह्माकुमारीज़ में लगाई गई श्री कृष्ण की चैतन्य झांकी

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विपरीत परिस्थितियों में भी मुस्कुराना सिखाता है श्री कृष्ण का जीवन -बीके रमाब्रह्माकुमारी विद्यालय में लगाई गई श्री कृष्ण की चैतन्य झांकी

छतरपुर,मध्य प्रदेश। किशोर सागर,प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय छतरपुर किशोर सागर द्वारा जन्माष्टमी के पावन पर्व पर अद्भुत चैतन्य झांकी का आयोजन किया गया जिसमें पालने में झूलते बाल गोपाल श्री कृष्ण, कदम के पेड़ पर झूले में झूलते श्री राधे कृष्ण की अनुपम झांकी, ऊंचे सिंहासन पर विराजमान श्री लक्ष्मी नारायण का चैतन्य स्वरूप साथ ही खेलपाल करते अनेक बाल गोपाल और गोपिकाएं ऐसे अनेक सजीव चित्रण किये गये।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी रमा बहन ने सभी श्रद्धालु जन को संबोधित करते हुए कहा कि श्री कृष्ण सर्वगुण संपन्न 16 कला संपूर्ण संपूर्ण निर्विकार  जिनके अंदर क्रोध का अंश मात्र भी नहीं था। विपरीत परिस्थिति में भी उनके चेहरे पर बिखरी हुई मुस्कुराहट उनकी सात्विकता और संतुष्टता का प्रतीक है। बचपन से लेकर युवावस्था तक उनका जीवनकाल समस्याओं से घिरा होने के बावजूद भी उन्होंने कभी शिकायत नहीं की। श्री कृष्ण के जीवन से हमें सीख मिलती है कि परिस्थिति कैसी भी हो लेकिन हमें मुस्कुराकर उसका सामना करना चाहिए।
झांकी का शुभारंभ आरती से हुआ जिसमें सभी भक्तों ने जयकारे लगाए ऐसा लग रहा था मानो पूरा पावन धाम कृष्णमई हो गया हो। इस मौके पर नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा एवं सचिन सिंह परिहार और उनकी युगल सरिता सिंह द्वारा गीत नीर भरन का करके बहाना और छत्रसाल भाई, अवधेश की टोली ने शोर मच गया शोर गीत के बोल पर, शिवांशी और उनके ग्रुप द्वारा महारास किया गया जिसने सभी का मन मोह लिया।
ब्रह्माकुमारी कमला बहन,रजनी बहन भारती, सुमन,मोहिनी, नम्रता एवं अन्य बहनों ने श्री कृष्ण के जीवन चरित्र से संबंधित अनेक लीलाओं का आध्यात्मिक रहस्य बताया।
इस कार्यक्रम में विधिक सेवा प्राधिकरण अधिकारी हेमंत कुशवाहा , जिला कोऑर्डिनेटर स्वावलंबी भारत अभियान छतरपुर दीपक तिवारी, ट्रेजरी ऑफिसर पन्ना गौरव गुप्ता सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में केक काटा गया और बाल गोपालों को दही मक्खन खिलाया गया तत्पश्चात सभी श्रद्धालु जन को प्रसाद दिया गया।

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