उदयपुर,राजस्थान: ब्रह्माकुमारीज़ मोती मगरी स्कीम सेवाकेंद्र की ओर से नगर निगम के सुखाड़िया रंगमंच में “संगीत के द्वारा आध्यात्मिक क्रांति लाएगी विश्व शांति” संगीत संध्या का आयोजन किया गया।जिसमे मुंबई बॉलीवुड प्लेबैक सिंगर श्रुति जकाती एवं सुखीराम मंडा ने परमात्मा स्मृति के सुंदर अनुभूति प्रद गीत गाकर लोगों को परमात्मा मिलन का अनुभव कराया।साथ में माउंट आबू ब्रह्मकुमारीज़ मुख्यालय से पधारे राजयोगी सतीश भाई एवं नितिन भाई ने अपने गीतों के द्वारा सभा में परमात्मा के समीपता का का अनुभव कराते हुए समा बांध दिया।नितिन भाई ने फीमेल वाइस में सत्यम शिवम सुंदरम गीत गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।कार्यक्रम की मुख्य सुंदरता अतिथि मेहमानो ने पूरा तीन घंटे बैठकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ा दी।
विशेष अतिथि उदयपुर के कलेक्टर श्रीमान तारा चंद मीना, उदयपुर नगर निगम के पूर्व महापौर चंद्र सिंह जी कोठारी ने ब्रह्माकुमारीज की प्रशंसा करते हुए कहा की यही एकमात्र ऐसी संस्था है जो समाज के हर प्रभाग की सेवा करती हैं,अन्य कोई भी ऐसी सेवा नहीं करते,यह बहने दिल को स्पर्श करने वाली बातें बताती हैं। एनसीसी के ग्रुप कमांडर कर्नल भास्कर ने बताया कि ब्रह्माकुमारी बहनों के संपर्क में आकर मेने हर परिस्थिति में अपने को समायोजन करके खुश रहना सीखा है,मेरी सहनशीलता बढ़ गई।
नगर निगम के डिप्टी मेयर पारस सिंघवी जी ने संस्था की सेवाओं को देखकर स्वयं को इनके सेवा कार्य में सदा सहयोगी बनने का संकल्प लिया।राजस्थान विद्यापीठ के वाइस चांसलर सारंगदेवोत जी ने संगीत के माध्यम से योग अनुभूति की सराहना की।वंडर सीमेंट के डायरेक्टर पाटीदार जी ने कहा की, यहां के सभी भाई बहनों के शुद्ध वाइब्रेशन से मन को बहुत सुकून मिलता है।कवि व्यास जी ने कहा की पहले मैं बिका हुआ कवि था आज से मैं बी.के. कवि बन गया हूं। सिंधी समाज के अध्यक्ष प्रताप राय चुग जी ने सुंदर नृत्य कर के कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया।
सेवाकेंद्र की मुख्य संचालिका राजयोगिनी बी.के. रीटा दीदी ने सभी गीतों का आध्यात्मिक अर्थ समझाते हुए ईश्वरीय अनुभूति कराई, कुछ गीतों पर कुमारी शर्मिष्ठा,यशस्वी एवं अनुष्का ने अपने नृत्य प्रस्तुत करके सभी का मन मोह लिया, इस कार्यक्रम का प्रकाशन सभी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं प्रिंट मीडिया के द्वारा बहुत सुंदर ढंग से किया गया।सभी ब्रह्माकुमारीज़ भाई एवं बहनों ने इस कार्यक्रम में सहयोग देकर शांति के अलौकिक प्रकंपन फैलाकर विश्व शांति का संदेश दिया।