निम्बाहेडा,राजस्थान: मनुष्य जन्मता अपराधी नही होता जब वह गलत संग मे जाता है , काम , क्रोध , लोभ , मोह, लालच आदि मनोविकारो के वश हो जाता तब वः अपराधी बन जाता है । उन्होंने बताया कि वास्तव में मनुष्य का जीवन बहुत ही अनमोल और मूल्यवान होता गलत कर्मो द्वारा ऐसे अनमोल जीवन को व्यक्ति कवडी के समान बनाता है अब अपने ऐसे कवडी के समान जीवन को फिरसे हीरे समान बनाना है \उक्त उदगार ब्रह्माकुमारी माउंट आबू से आये हुए भगवान भाई ने कहे |वे उप काराग्रह में बंदिस्त कैदियों को अपराधमुक्त जीवन विषय पर बोल रहे थे।
भगवान भाई ने कहा कि आप सभी समाज के अंग हो समाज में जाकर फिरसे जुड़ना है हमारा जीवन बहुत लंबा है इसलिए जीवन की छोटी छोटी बातों में आकर कभी निराशवादी नही बनाना है हमारे मन में पैदा होने वाले विचार कर्म से पहले आते हैं। यह हमारे विचार ही तो हैं कि किसी के लिए प्यार की भावना होती है, किसी के लिए नफरत की भावना होती है। यदि आप किसी व्यक्ति से अच्छा व्यवहार चाहते हैं और उसे बदलना चाहते हैं, तो उसे दुआएं दो उसके प्रति अच्छा सोचें, तो वह भी आपको दुआ देगा।
कार्यवाहक जेलर –जगदीश प्रसाद अपने सम्बोधन में बन्दियों को बताया कि आप जैसा सोचोगे वैसा ही बन जाओगे। अत: हमें सदैव अच्छा सोचना चाहिए तथा बुरी आदत को छोड़ देना चाहिए।
स्थानीय प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से आए बी के शिवली बहन ने कहा की भगवान भाई द्वारा बताई बातों को अपने जीवन में प्रयोग करोगे तो अवश्य ही आप बुरी आदतों को छोड दोगे तथा अपने आप अच्छा सोचने लगेंगे और जेल से छुटने के बाद अच्छे नागरिक की तरह जीवन यापन करेंगे। उन्होंने कहा कि आप का परिवार आप के कारण परेशान होता है आप अपने बुरे संस्कारो को परिवर्तन कर यहा से जाना ऐसे स्थान पर दुबारा न आने का संकल्प लेना |
अंत में भगवान भाई ने सभी को कमेंट्री कर मेडिटेशन कराया।