सेलम :सकारात्मक चिन्तन से सफल यात्रा होगी – भगवान भाई

0
157

सेलम (तामिलनाडू): यात्रियों को सुरक्षित यात्रा  कराने के लिए उनसे वाद-विवाद न किया जाए। अपने परिवार में किसी तरह का कोई भी विवाद न होने दें। किसी प्रकार का नशा नहीं किया जाना चाहिए। ध्यान केंद्रित करने के लिए नियमित रूप से योग करना चाहिए। जीवन में दुवाए  ही हमारी असली पूंजी है जो हमारे साथ जाएगी इसलिए इस भोतिक के साथ ज्ञान की भी आवश्यकता है जो साथ जाएगी वह  है जिसमे ज्यादा फायदा हो वह  कार्य भाई हमें करना है | उक्त उदगार माउंट आबू राजस्थान से ब्रह्माकुमारीज से पधारे हुए बी के भगवान भाई ने कहा वे स्टेट परिवाहन निगम रोडवेज बस के ड्राईवर और कंडक्टर के लिए   तनाव मुक्त  जीवन  पर कार्यक्रम बोल रहे थे |

भगवान भाई ने कहा कि कम से कम आय और अधिक परिश्रम के बीच शांति और सुकून की जिंदगी जीने का तरीका  है सकारात्मक सोच । चालकों एवं परिचालकों को शांति  और इमानदारी से कार्य करना है तनाव मुक्त रहने से ही  ड्यूटी बेहतर तरीके से कर सकेंगे। ड्यटी के दौरान तरह-तरह के तनाव पैदा होते हैं जिनसे बाहर निकालने का निकलने के लिए मेडिटेशन एक संजीवनी बूटी है | सकारात्मक सोच द्वारा विपरित परिस्थिति में हलचल से हम आचल रह  सकते है निराशा में भी आशा की किरण  दिखने लगती है। अपनी समस्या को समाप्त करने एवं सफल जीवन जीने के लिए विचारों को सकारात्मक बनाने की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि समस्याओं का कारण ढूढने की बजाए निवारण ढंूढ़े। उन्होंने कहा कि समस्या का चिंतन करने से तनाव की उत्पत्ति होती है। मन के विचारों का प्रभाव वातावरण पेड़पौधों तथा दूसरों  स्वयं पर पड़ता है। यदि हमारे विचार सकारात्म है तो तनाव मुक्त रह सकते है |

बी के  रामन भाई जी  ने कहा कि  आध्यात्मिक ज्ञान को सकारात्मक सोच के लिए आधार  बताते हुए कहा कि उन्होंने कहा की सकारात्मक विचार से समस्या समाधान में बदल जाती है। एक दूसरों के प्रति सकारातमक विचार रखने से आपसी भाई चारा बना रहता है।

विरिष्ठ अधिकारी- के सदाशिवम जी ने कहा कि  जीवन को रोगमुक्त,दीर्घायुशांत व सफल बनाने के लिए हमें सबसे पहले विचारों को सकारात्मक बनाना सकारात्मक विचारो से तनावमुक्त रह हम अपने आत्मबल और  अपना मनोबल बढ़ा सकते है।

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें