राजिम-नवापारा,छत्तीसगढ़: जीवन में इच्छाओं और लालच को समेटते हुए, हमें जितना जरूरी है, अगर उन पर हम उतना ही ध्यान दें, तो हम महसूस करेंगे कि अचानक हमारे जीवन में शांति की बरसात होने लगी है। हम अशांत इसलिए रहते है, कि जो गैर-जरूरी है हम उनके पीछे पड़े रहते हैं, हमें फालतू की इच्छाओं को छोड स्व-चिंतन औऱ प्रभु की याद में कुछ समय लगाना चाहिए। क्योंकि जब तक स्व-चिन्तन के लिए हमारे पास समय नहीं है, तब तक सच्चे सुख और शांति की भी हम कल्पना नहीं कर सकते हैं । यह विचार इंदौर से पधारे धार्मिक प्रभाग के मध्य प्रदेश इंदौर जोन के जोनल कोऑर्डिनेटर ब्रह्माकुमार नारायण भाई ने नवापारा ब्रह्माकुमारी के ग्लोबल पीस हाल में माघी पुन्नी शिवरात्रि महा मेला 5 फरवरी से शिवरात्रि तक चलने वाले मेले के शुभारंभ के अवसर पर नगर वासियों को संबोधित करते हुए बताया।इस अवसर पर सेवा केंद्र संचालिका ब्रह्मा कुमारी पुष्पा बेन ने बताया कि इंसान के पास अनुमान की शक्ति होती है, जिसके आधार पर हम यथा सम्भव बेहतर से बेहतर करने की कोशिश मात्र कर सकते हैं, लेकिन भविष्य के गर्भ में क्या छुपा है, यह सिर्फ ईश्वर ही जानता है. इसलिए बहुत कुछ हमें ईश्वर पर ही छोड़ कर, सदा बेहतर करते रहना चाहिए,क्योंकि अच्छे कर्म का फल भी अच्छा ही मिलता है। और बुरे का फल भी बुरा ही मिलता।यही कर्म का सिद्धांत है। इसलिए कहा जाता है जैसा बीज वैसा फल मिलता है।अतः श्रेष्ठ कर्म करते चलो फल की इच्छा मत करो। इस अवसर पर श्याम नगर से पधारी ब्रह्मा कुमारी पूजा बहन ने राजयोग पर चर्चा करते हुए बताया कि राजयोग से हमारे जन्म जन्म के पाप कर्म दग्ध होते हैं। पुण्य कर्म जमा होते हैं। अतः श्रेष्ठ कर्म करने के लिए कर्म करते हुए परमात्मा की याद बहुत जरूरी है तभी हम श्रेष्ठ कर्मों की कमाई जमा कर सकते हैं। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमारी प्रिया बहन ने किया इस अवसर पर बड़ी संख्या में नगरवासी उपस्थित थे ।कार्यक्रम के पश्चात सभी को ब्रह्मा भोजन कराया गया। यह मेला प्रतिवर्ष 15 दिन आयोजित किया जाता है जो कि माघ पूर्णिमा से शुभारंभ होता है और महाशिवरात्रि तक चलता रहता है। इस मेले के शुभारंभ के अवसर पर ब्रम्हाकुमारी पुष्पा बहन ने सभी को यज्ञ की तरफ से ब्रह्मा भोजन कराया।
राजिम-नवापारा : महाशिवरात्रि मेले के शुभारंभ
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