अखिल गुजरात शिव जयंती महोत्सव के अंतर्गत संत सम्मेलन का उद्घाटन करते संत रत्न श्री श्री १०८ श्री ज्योतिश्वर जी महाराज, संत महेंद्र भाई जी, संत रामकरण दास जी, ब्र कु डॉ निरंजना दीदी, ब्र कु भाविन भाई & ब्र कु नरेंद्र भाई दिखाई दे रहे है.
वड़ोदरा,अलकापुरी: 87 महाशिवरात्रि की उपलक्ष में संत सम्मेलन का आयोजन किया गया।
संत रत्न श्री श्री १०८ श्री ज्योतिश्वर जी महाराज ने कहा ब्रह्माकुमारीज संस्था पूरे विश्व में आध्यात्मिक शक्ति का प्रबल केंद्र हे – परमात्मा की प्राप्ति केवल आध्यात्मिकता से ही संभव है ज्ञान तो हमें संत महात्माओं से मिलता है पर व्यावहारिक प्रैक्टिकल जीवन में उसको उतारने से ही फायदा है.
संत महेंद्र भाई जी ने कहा ये देवासुर संग्राम चल रहा हे जैसे देवत्व बढ़ता जा रहा हे वैसे आसुरी कार्य भी बढ़ता जा रहा हे मुझे इस संस्था में पवित्रता की बात बहुत अच्छी लगती हे , पवित्रता के बिना मन एकाग्र नहीं हो सकता , अब कलयुग पूरा हो सतयुग अवश्य आएगा .
संत रामकरण दास जी ने कहा स्थूल साधनों से वैराग्य बहुत जरूरी है ज्ञान भक्ति और योग मार्ग से व्यक्ति अपना कल्याण कर सकता है, सांसारिक कार्य करते हुए मन भगवान में लगा रहना चाहिए, में माउंट आबू भी जाकर आया हु मुझे बहुत अच्छा लगता है.
ब्र कु डॉ निरंजना दीदी ने सभी को आशीर्वचन देते कहा आज कलयुग अपनी चरमसीमा पर पंहुचा हे, मनुष्य तमोप्रधान बन चूका हे, इसलिए दुःख अशांति बढ़ रहे हे , मानवमात्र के मन से परमात्मा के लिए पुकार उठती हे अभी स्वयं निराकार परमपिता परमात्मा शिव आ चुके हे, प्रजापिता ब्रह्मा के साकार माध्यम द्वारा ज्ञान और राजयोग शिखा रहे हे, मानव देव बन रहा हे और भारत स्वर्णिम बनेगा सभी को सेवाकेंद्र पर आने का निमंत्रण दिया.
ब्र कु भाविन भाई ने सभी का आभार व्यक्त किया और ब्र कु नरेंद्र भाई ने मंच संचालन किया .