भोपाल: प्रशासक अभियान का मध्यप्रदेश के राज्यपाल ने किया शुभारंभ

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प्रशासकों में उत्कृष्टता के लिए आध्यात्मिकता की आवश्यकता विषय पर कार्यक्रम सम्पन्न.


भोपाल,मध्य प्रदेश।
दिन प्रशासकों, प्रबंधकों तथा कार्यपालकों हेतु राज्यस्तरीय अभियान का शुभारंभ  मध्यप्रदेश के राज्यपाल माननीय मंगू भाई पटेल जी ने किया । इस अवसर पर अभियान के अंतर्गत माननीय राज्यपाल महोदय ने 5 यात्राओं  का शुभारंभ किया| साथ ही प्रशासकों में उत्कृष्टता के लिए आध्यात्मिकता की आवश्यकता विषय पर कार्यक्रम सम्पन्न हुआ |
अभियान के उद्घाटन समारोह में उपस्थित होकर अंतर की गहराई से प्रसन्नता महसूस हो रही है। ऐसे विषयों पर कार्यक्रम की बहुत आवश्यकता है एवं इसका भविष्य में बहुत लाभ होता है। माउंट आबू में प्रतिवर्ष प्रशासकों के लिए सम्मेलन, संगोष्ठी होती है। आज यहां से प्रसाशकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हो रहा है। विद्या दूसरों को देने से बढ़ती है। विद्या दूसरों को बांटना चाहिए।

खुद में कंट्रोल होना चाहिए बच्चों में श्रेष्ठ संस्कार डालना चाहिए।  दीदी ने जो मुझे सम्मान दिया है मेरा प्रयास है कि मैं उस जैसा बनूँ। मेरा अनेक वर्षों का राजनीतिक जीवन रहा है 45 वर्ष मैंने राजनीतिक यात्रा की। अभी मैं संवैधानिक पद पर हूं लेकिन मैं जिम्मेवारी निभाते हुए आत्म संतुष्टि का अनुभव करता हूं। कार्य अच्छा करने से आत्म संतोष प्राप्त होता है और यदि आपको संतोष मिलता है तो समझो कार्य अच्छा हुआ। इस संसार में केवल मनुष्य ही ऐसा प्राणी है जिसे जुबान मिली हुई है। इसलिए जुबान से अच्छे ही बोल बोलना चाहिए।  प्रशासन में निजी स्वार्थ, लालच, लोभ आदि का स्थान नहीं होना चाहिए। मेरा ब्रम्हाकुमारीज से कितना लगाव है यह इस बात से ही सिद्ध होता है कि मैंने संस्था की पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी प्रकाशमणि जी का दर्शन किया है एवं दादी प्रकाशमणि जी के निधन की खबर की न्यूज़ पेपर कटिंग अभी भी मेरे पास में है। व्यक्ति में आत्मीयता का भाव बहुत जरूरी है यहां आकर वह आत्मिक भाव जागृत होता है।  मन तो इतना चंचल होता है एक मिनट में अमेरिका घूम कर आ जाता है । मन पर कंट्रोल बहुत जरूरी है।  ब्रह्माकुमारीज द्वारा आयोजित यह यात्रा बहुत सफल होगी । जब आपका न्योता आता है तो यहां आने का मन होता है पांचों दिशाओं में जो यात्रा हो रही हैं वह बहुत सफल  हो ऐसे मेरी शुभकामना है । उक्त विचार ब्रह्माकुमारीज राजयोग भवन में प्रशासकों, प्रबंधकों तथा कार्यपालकों हेतु राज्य स्तरीय अभियान का शुभारंभ करते हुए *मध्यप्रदेश के राज्यपाल माननीय मंगूभाई पटेल* जी ने व्यक्त किये।
माउंट आबू से पधारे ब्रह्माकुमारीज प्रशासक प्रभाग के *मुख्यालय संयोजक बीके हरीश भाई* जी ने कहा कि माननीय राज्यपाल महोदय कितना सुंदर प्रशासन संभाल रहे हैं और राजभवन से चलकर आज यहां ब्रह्माकुमारीज के राजयोग भवन पहुंचे हैं आपको देखकर प्रजापिता ब्रह्मा की याद आती है | आजकल आदर्श प्रशासक ढूंढना पड़ता है और माननीय राज्यपाल महोदय एक आदर्श प्रशासक हैं अच्छा प्रशासक वह जो अपने ऊपर प्रशासन कर सके, अपनी कर्मेंद्रियों पर प्रशासन | प्रशासन मे तीन बातें होती हैं – शासन, प्रशासन और अनुशासन।
प्रशासकों में कुछ गुण का होना आवश्यक है, इसके आधार पर वह जो चाहे वह कर सकता है। पहला वो  डिसिप्लिन में रहना सीख जाए । दूसरा सेवा की जगह स्वार्थ आता है वह सच्चा प्रशासक नहीं है। तीसरा है अपने आप को ट्रस्टी निमित्त समझ कर चलना। दादी प्रकाशमणि जी कहती थी कि मैं स्व की प्रसाशक हूं | कर्म जरूर करना है लेकिन कर्म का सन्यास नहीं करना है
कार्यक्रम में स्वागत भाषण देते हुए *ब्रह्माकुमारीज़ भोपाल जोन की निर्देशिका बी के राजयोगिनी अवधेश दीदी* ने कहा कि प्रशासन में उत्कृष्टता लाने के लिए आध्यात्मिकता की आवश्यकता है और मध्य प्रदेश के राज्यपाल महोदय विशेष हैं सेवा भावना से आपने विरोधियों को हर बार जवाब दिया है आप जैसे भारत माता के लाल से देश की शान बढ़ी है। इस अवसर पर राज्यपाल महोदय ने पांच अभियानों का झंडी देकर शुभारंभ किया पहला भोपाल से सिंगरौली दूसरा भोपाल से बैतूल तीसरा भोपाल से शिवपुरी चौथा भोपाल से ग्वालियर पांचवा भोपाल से मुरैना।
कार्यक्रम का कुशल संचालन *ब्रह्माकुमारीज गुलमोहर सेवा केंद्र प्रभारी बी के डॉक्टर रीना दीदी* ने किया। साथ में उन्होंने सभी उपस्थितों को राजयोग मेडिटेशन की अनुभूति भी कराई | इस अवसर पर कुमारी आकृति ने सुंदर स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया एवं गुलमोहर कॉलोनी भोपाल के बाल कलाकारों द्वारा सजा दो घर को गुलशन सा पर सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया गया | अभियान हेतु माननीय राज्यपाल महोदय ने बहनों को कलश भेंट किए एवं भाइयों को  शिवध्वज दिया | कार्यक्रम मे सैकड़ों गणमान्य नागरिक उपस्थित थे |

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