रोहतक,हरियाणा: शिवानी बहन ने कहा कि हम पूरा जीवन ऊपरी सुंदरता के साथ बिता देते हैं, अगर हमें याद हो कि मैं डायमंड हूं तो खुशी ढूंढने की जरूरत नहीं, असल में हम भूल गए हैं कि मैं हीरा हूं हम केवल बाहरी आवरण में ही खुशी ढूंढ रहे हैं जैसे हमारी ड्रेस, घड़ी आदि| आज पुरी सृष्टि उथल पुथल इसलिए कर रही है क्योंकि हम खुशी के लिए हर तीन-चार दिन बाद नई ड्रेस खरीदने की सोच रहे हैं. लेकिन थोड़े दिन के वह चीज भी हमें उत्साह नहीं देती. जिंदगी को आसान और खुशनुमा बनाने के लिए आध्यात्मिकता से जुड़ने का संकल्प लेना होगा|
कार्यक्रम में एमडीयू के कुलपति प्रोफेसर राजवीर सिंह, कुलसचिव प्रोफेसर गुलशन लाल तनेजा छात्र कल्याण,डीन निदेशक युवा कल्याण डॉक्टर जगबीर राठी, निदेशक रानी मुखर्जी, बीके रक्षा तथा शहर के प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित रहे.
मुख पृष्ठ आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर रोहतक: महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के टैगोर ऑडिटोरियम में बीके शिवानी बहन का...