चरित्रवान , गुणवान युवा समाज और देश की नीव है-भगवान भाई

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पट्टी (पंजाब):

भौतिक शिक्षा से हम रोजगार प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन परिवार, समाज, कार्यस्थल में परेशानी या चुनौती का मुकाबला नहीं कर सकते है | युवा उच्च शिक्षा प्राप्त करके डॉक्टर, इंजीनियर बनकर धनोपार्जन कर सुख-सुविधा युक्त जीवन निर्वाह करना चाहते हैं, परंतु जब उनका उद्देश्य पूर्ण नहीं हो पाता तो उनका मन असंतुष्ट हो उठता है और मानसिक संतुलन गड़बड़ा जाता है। शिक्षा से प्राप्त उपलब्धियां उन्हें निर्थक प्रतीत होती हैं। उक्त उदगार माउंट आबू राजस्थान से पधारे हुए बी के भगवान भाई ने कहे वे गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी कालेज के युवाओ को नैतिक शिक्षा से सशक्त युवा  विषय पर बोल रहे थे |

भगवान भाई ने कहा की  नैतिक मूल्यों से व्यक्तित्व में निखार, व्यवहार में सुधार आता है।नैतिक मूल्यों का ह्रास व्यक्तिगत, सामाजिक, राष्ट्रीय समस्या का मूल कारण है। समाज सुधार के लिए नैतिक मूल्य जरूरी है।उन्होंने कहा कि नैतिक शिक्षा की धारणा से, आंतरिक सशक्तीकरण से इच्छाओं को कम कर भौतिकवाद की आंधी से बचा जा सकता है। व्यक्ति का आचरण उसकी जुबान से ज्यादा तेज बोलता है। चरित्रवान , गुणवान युवा समाज और देश की नीव है

उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में श्रेष्ठ मू््ल्य है तो दूसरे उससे प्रमाणित होते हैं।जीवन में नैतिक मूल्य होंगे तो आदमी लालच, हिंसा, झूठ, कपट का विरोध करेगा और समाज में परिवर्तन आएगा। उन्होंने कहा नैतिकता से मनोबल कम होता है।उनहोंने कहा  कि  मूल्यों की शिक्षा से ही हम जीवन में विपरीत परिस्थिति का सामना कर सकते हैं। जब तक हम अपने जीवन में मूल्यों और प्राथमिकता का निर्धारण नहीं करेंगे, अपने लिए आचार संहिता नहीं बनाएंगे तब तक हम चुनौतियों का मुकाबला नहीं कर सकते।

बी के वनिता बहन अंत में ब्रह्माकुमारी सस्था का परिचय भी दिया

प्रिंसिपल –डॉ. राजेन्द्र कुमार मारवाह जी ने कहा नैतिक शिक्षा से ही छात्र-छात्राओं में सशक्तिकरण आ सकता है। उन्होंने आगे बताया कि नैतिकता के बिना जीवन अंधकार में हैं।

हिमानी जी ने भी अपना उद्बोधन दिया और मंच सचालन किया |

कार्यक्रम में बी के सजीव कुमार , रंजू बहन जी ,तरसेम भाई डॉ अनु मित्तल और शिक्षक स्टाफ भी उपस्थित थे |


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