मुख पृष्ठआजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओरपुणे-पिसोली: आध्यात्मिकता के साथ बच्चों ने गर्मियों की छुट्टियां मनाई

पुणे-पिसोली: आध्यात्मिकता के साथ बच्चों ने गर्मियों की छुट्टियां मनाई

पुणे-पिसोली,महाराष्ट्र: जगदम्बा भवन में हुआ दो दिवसीय- ‘बच्चों और अभिभावकों का समर कँम्प’ । प्रतिदिन दोपहर 3 से 7 बजे तक यह शिविर जगदम्बा भवन के ज्ञानवीणा सभागृह और औडिटोरियम में संपन्न हुआ ।

बच्चे इस गर्मी की छुट्टियों मैं कुछ नया , रचनात्मक सीखें, मुल्यों के विकास की तरफ ध्यान दे तथा मेडिटेशन से अपने शक्तियों को जगाए, इस हेतु से यह कैंप आयोजित किया गया था। बच्चों के साथ उनके माता पिता भी बच्चों की उत्तम पालना करे और अपने बच्चों को आदर्श छात्र बनाए, इस उद्देश्य से बच्चों के मात-पिताओंको को भी मार्गदर्शन किया गया ।

दीप प्रज्वलन कर कर्यक्रम की शुरुआत हुई जिसमें जगदम्बा भवन की सह-कार्य प्रभारी बी.के. शितल बहन, वरिष्ठ प्रवक्ता बी. के. दशरथ भाईजी, प्रथमेश सिन्हा (आयु -12 साल, थिंकर बेल कंपनी के ब्रांड एंबेसडर है- जो नेत्रहीनों के लिए ब्रेल लर्निंग डिवाइस बनाती है) और उनके माता पिता उपस्थित थे । प्रथमेश स्वयं नेत्रहीन होने के बावजूद भी सभी बच्चों को अपने शब्दों से और मेडिटेशन से अपने जीवन के अनुभवों को साझा कर सभी के लिए प्रेरणा बन गए ।

130 से अधिक बच्चों ने और 75 तक पालकों ने इस समर कैंप का लाभ लिया ।

शिविर के दौरान बच्चों को एकाग्रता और मन की शक्ति बढाने के लिए मेडीटेशन का अभ्यास कराया गया । साथ–साथ शरीर को निरोगी रखने के लिए अनेक प्रकार के व्यायाम सिखाये गए ।कुछ स्फूर्ति भरे खेल तथा गतिविधियों से बच्चों को अवगत कराया गया । सभी बच्चों ने खुब उमंग उत्साह से सहभाग लिया ।

कैंप के दूसरे दिन बच्चों ने बहुत सुन्दर नाटक और फैंसी ड्रेस पहनकर सबका मनोरंजन किया । सात्विक भोजन, डिजिटल डिटॉक्स, पर्यावरण के प्रति कर्तव्य जैसे अनेक महत्त्वपूर्ण विषयों पर भी बच्चों का मार्गदर्शन किया गया ।

अनेक बच्चों ने अंत में शिविर के प्रति सकारात्मक अभिप्राय दिया और आगे भी इस प्रकार के कार्यक्रम रखने का निवेदन किया । पालकों ने भी अपने अभिप्राय में जगदम्बा भवन के इस निःस्वार्थ प्रयास को खूब सराहा। परमात्म स्मृति से शिविर का समापन हुआ।

RELATED ARTICLES

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Most Popular

Recent Comments