राजकोट:धरती पुत्र किसान भाइयों का स्नेह सम्मान किया गया

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परिश्रम, ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से प्राकृतिक खेती करने वाले,  धरती पुत्र किसान भाइयों का स्नेह सम्मान किया गया 

राजकोट,गुजरात। किसानों को हो रहे अनेक चुनौतियों के बीच कृषि जगत को बचाने का ब्रह्माकुमारीज़ का हरियाला आयोजनः  हेप्पी विलेज, ब्रह्माकुमारीज़ (कस्तूरबा धाम) त्रंबा में आयोजित कृषि परिसंवाद कार्यक्रम को 300 किसानों ने भाग लिया।।

धरती माँ की है पुकार, करे प्राकृतिक खेती बारंबार वर्तमान समय में  किसान और खेती कई कारणों वश कई चुनौतियों से गुजर रहे हैं। लेकिन कौन से सही सुधार वाॅ निवारण से कृषि जगत को बचाया जा सकता है, उच्च एवं सही मात्रा में उत्पादन लेकर किसानों को अनेक चिंताओं से मुक्त किये जाये। 300 किसानों के साथ उपरोक्त स्थान पर संवाद हुआ।  

इस कार्यक्रम में निलेशभाई कामरीया (असिस्टेंट डायरेक्टर एग्रीकल्चर गवर्नमेंट ओफ गुजरात ),  रामकु भाई खाचर (प्रमुख जल क्रांति ट्रस्ट) की विशेष उपस्थिति में,  कृषि एवं ग्राम्य विकास प्रभाग के चेरपर्सन  ब्रह्माकुमारी सरलाबहन (महेसाणा) ने सबको संबोधित किया। ब्र कु सरलाबहन ने बताया- अभी के समय अध्यात्म ओर पवित्र भावनाओं को साथ रखकर खेती करना आवश्यक है। मनुष्यों जब सभी समस्याओ का निवारण कर नहीं पाता,  तब अंत में परमात्मा को ही याद करते हैं, अब वो समय आ गया है।  खेती के लिए हर समाधान अध्यात्म से जुड़ा हुआ है …। आगे बताया कि – कहते हैं, जैसा अन्न ऐसा मन, आहार ऐसी डकार …ऐसे ही हमारे मन की भावनाओं का प्रभाव परिस्थितिया एवं हमारे कर्म पर भी पड़ता है।  जब किसान हल चलाता है, उस वक़्त उनकी आंतरिक स्थिति अर्थात मन प्रभु से जुड़ा हुआ होगा तो  वो शक्तिशाली स्थिति का प्रभाव खेती एवं बोये जाने वाले बीज पर भी होगा …ऐसी कई उपयोगी, मार्गदर्शक  माहिती से सभी किसानों को लाभान्वित किया गया। जिसका कई मौजूदा किसानों ने समर्थन दिया।  
कार्यक्रम के अंत मे गुजरात जोन डायरेक्टर आदरणीय ब्रह्माकुमारी भारतीदीदीने आशीर्वचन दिए।।
ब्र.कु. वर्षा ने यौगिक खेती के बारे में अवगत किया। कु. माही और कु.ख़ुशी ने नृत्य के द्वारा सभी का अभिवादन किया।
जल जन अभियान से जुड़कर अपना योगदान कैसे  दे  इस बारे में सभी को अवगत कराते हुए ब्र.कु. अंजू ने स्टेज का सफल संचालन किया।  

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