ब्रह्माकुमारीज की पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी प्रकाशमणि जी का 16वां पुण्य स्मृति दिवस
छतरपुर,छत्तीसगढ़: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय किशोर सागर में संस्था की पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी प्रकाशमणि जी का 16 वां पुण्य स्मृति दिवस मनाया गया।
इस अवसर पर छतरपुर सेवाकेंद्र प्रभारी बीके शैलजा ने दादी जी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ” 1969 से 2007 तक प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की मुख्य प्रशासिका रहीं दादी प्रकाशमणि जी ने आध्यात्मिक नेता के रुप में विश्वव्यापी पहचान बना कर सबको जीवन जीने का सही तरीका सिखाया। दादी जी एक ऐसी विदुषी नारी थी जिन्होंने यह सिद्ध किया कि शांति स्वरुप नारी महान सामाजिक क्रांति की नायिका बन सकती है। दादी जी ने अपने नेतृत्व में लाखों भाई बहनों की जीवन में अद्भुत परिवर्तन ला कर उन्हें विश्व सेवा के लिए प्रेरित किया था। संस्था की सेवाओं को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1987 में एक अंतर्राष्ट्रीय तथा पांच राष्ट्रीय स्तर के शांति दूत पुरुस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। दादी जी मैं अपनी अनुपम मूल्यनिष्ठ जीवन, आध्यात्मिक शक्ति और प्रशासनिक दक्षता से ब्रम्हाकुमारी संगठन को प्रेम, शांति, सत्यता, सद्भावना, वात्सल्य एवं करुणा जैसे दैवी मूल्यों से सुसज्जित करके दुनिया भर में आध्यात्म की ज्योति जलाई। उनके प्रयास से दुनिया के 140 देशों में 8000 राजयोग सेवाकेंद्र स्थापित हैं । आज ऐसी स्नेह मई दादी जी का पुण्य स्मृति दिवस है जिसको संस्था विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाती है । आदरणीय दादी डॉ प्रकाशमणि जी के 16वीं पुण्य स्मृति दिवस पर उनके सम्मान में महामहिम राष्ट्रपति जी आदरणीय द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा डाक टिकट रिलीज किया गया ।
इस अवसर पर सभी ने विश्व शांति की कामना करते हुए मेडिटेशन किया और दादी जी के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किए।