करेली:आध्यात्मिक स्नेह मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया

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करेली.,मध्य प्रदेश : ब्रह्माकुमारीज प्रभु उपहार भवन में नगर के सभी वर्गों के लिए आध्यात्मिक स्नेह मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया,जिसमें ब्रह्मकुमारीज के अंतर्राष्ट्रीय मोटिवेशनल प्रवक्ता प्रोफेसर E.V. स्वामीनाथन (मुंबई) द्वारा स्वस्थ तन, प्रसन्न मन, खुशनुमा जीवन विषय पर विस्तार से समझाया गया कि कैसे हम ब्रह्माकुमारीज द्वारा सिखाए जा रहे राजयोग को अपनाकर और अपनी जीवन शैली में छोटे छोटे परिवर्तन कर तनाव मुक्त जीवन जी सकते हैl

कार्यक्रम में सर्वप्रथम उपस्थित सभी मुख्य अतिथियों और नागरिकों का तिलक बैच और गुलदस्ते देकर स्वागत किया गया, स्नेह मिलन कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रोफेसर स्वामीनाथन , राजयोगिनी कुसुम दीदी जी (जिला संचालिका ब्रह्माकुमारीज नरसिंहपुर), ब्रह्माकुमारी गीता दीदी (रतलाम) एवं नगर के वरिष्ठ नागरिकों द्वारा परमात्म स्मृति में दीप प्रज्वलन कर किया गया, उसके पश्चात ब्रह्माकुमारीज करेली के फरिश्ते ग्रुप द्वारा स्वागत नृत्य और एक प्रकृति पर आधारित प्रस्तुति की गई l

प्रो.स्वामीनाथन ने कहा की आज की व्यस्त और तनावपूर्ण जिंदगी में प्रसन्नचित और शांत होना एक सबसे बड़ी चुनौती है रिसर्च कहती है कि एक बच्चा दिन में औसतन 300 बार मुस्कुराता है और एक वयस्क यह तो हम सब जानते ही हैं तो जब तक आप प्रसन्नचित नहीं होंगे तब तक आपके स्वस्थ रहने की संभावना कम होगी l प्रोफेसर स्वामीनाथ ने कहा स्वस्थ तन के लिए एक स्वस्थ मन का होना अत्यंत आवश्यक है और स्वस्थ्य मन तब होगा जब हम अपनी आत्मा के 7 मुख्य गुणों ज्ञान ,शान्ति ,प्रेम, पवित्रता, सुख, शक्ति और आनंद से भरपूर होंगे ,और भरपूर होने के लिए हमें ऊर्जा की आवश्यकता होती है जिसके लिए हमें मन बुद्धि का संबंध परमात्मा से जोड़ना होता है और इसी मन बुद्धि के संबंध को परमात्मा से जोड़ने को राजयोग कहा जाता है जिसमें अपने आत्म रूप में स्थित होकर मन बुद्धि से परमपिता परमात्मा शिव को याद किया जाता है और हम परम ऊर्जा से भरपूर होते जाते हैं l

कार्यक्रम में प्रोजेक्टर द्वारा पर्दे पर दिखाया गया कि भारत के मशहूर वैज्ञानिक डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने माउंट आबू के शांतिवन जो की ब्रह्माकुमारीज का मुख्यालय है में आयोजित एक कार्यक्रम में डॉक्टरों को संबोधित करते हुए कहा की रिसर्च कहती है की मेडिटेशन द्वारा शरीर की धमनियों में हुए ब्लॉकेज को भी दूर किया जा सकता है और हृदय संबंधित रोगों से भी दूर रहा जा सकता है इसलिए इसका प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए और सभी को अपनी दिनचर्या में इसको शामिल करना चाहिए l

अंत में आदरणीय ब्रह्माकुमारी कुसुम दीदी जी ने उपस्थित सभी अतिथियों को रक्षा सूत्र बांधकर ईश्वरी सौगात दी एवं सभी को सुख ,शांति, समृद्धि एवं स्वस्थ जीवन की शुभकामनाएं दी उसके पश्चात सभी ने ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा ईश्वरीय याद में बनाया गया ब्रह्मा भोजन स्वीकार कियाl 

उसके पश्चात बी के भाई बहनों के लिए एक 4 घंटे की विशेष योग क्लास का आयोजन भी किया गया जिसमें भ्राता प्रो. स्वामी नाथन ने बताया की कैसे राजयोग को सहज राजयोग बनाएं , और उसकी अनुभूति भी करायी l

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