ग्वालियर,मध्य प्रदेश। माधव बाल निकेतन एवं बृद्ध आश्रम में सत्संग का आयोजन हुआ। जिसमें प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय ग्वालियर के वरिष्ठ प्रेरक वक्ता ब्रह्माकुमार प्रहलाद भाई को प्रवचन देने के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया गया।
बीके प्रहलाद भाई ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि सबसे अमीर व्यक्ति वही है जो दुवाएं कमाना जानता है। और इसके लिए उसे कुछ अलग से करने की जरूरत नहीं वल्कि वह अपनी दिनचर्या में सभी से अच्छा व्यवहार करके, खुश रहकर बात करके, सभी के साथ अच्छा व्यवहार करके कमा सकता है फिर चाहे वह परिवार के सदस्य हो या वाहर के सदस्य सभी से दुवाएं कमा सकता है।
जिसके जीवन में दुवाएं होती है वह कभी भी अशांत व दुःखी नही रह सकता।खुद भी खुश रहता है और दूसरों को खुशियाँ बांटता है। सभी इस संसार मे खाली आये है खाली जाना है। इसलिए किसी बात की फिकर नहीं करनी चाहिए। आपने जीवन में नैतिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए जितना हो सके दूसरों को सुख देने का प्रयास करें। हमेशा ध्यान रखे कि मेरी वजह से कोई दुःखी नही होना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि हर व्यक्ति के अंदर एक आत्मा होती है जो पूरे शरीर का संचालन करती है। आत्मा अजर अमर अविनाशी है।आत्मा को सतोगुणी कहा जाता है। वह सात गुण । ज्ञान, शांति, पवित्रता, प्रेम, सुख, आनन्द और शक्ति है।
यह सातों ही गुण हमारे में तभी स्थाई रह सकते है जब अपने मन की तार परमपिता परमात्मा शिव से जोड़कर रखते है।
साथ ही उन्होंने कहा कि हरेक आत्मा में आठ शक्तियाँ भी होती है जिन्हें जाग्रत करने के लिए हमें रोज राजयोग ध्यान का अभ्यास करना चाहिए।
इस अवसर पर माधव बाल निकेतन एवं बृद्ध आश्रम के संचालक श्री नूतन श्रीवास्तव, एवं अन्य गणमान्य नागरिक एवं बृद्ध माता पिता सहित अनेकानेक लोग उपस्थित रहें।