बहल(हरियाणा): प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज ईश्वरीय विश्व विद्यालय की शाखा बहल मे देर मध्य रात्रि तक कृष्ण भक्तों ने भारत की प्राचीन दैव संस्कृति से ओत प्रोत नृत्य नाटिका, महारास,मयूर नृत्य , बाल श्री कृष्ण का फल बेचने वाली से प्रेम का बड़ा ही मार्मिक व मनोहारी दृश्य का मंत्र मुग्ध होकर आनन्द लिया । मुख्य अतिथि बहल के सरपंच साधुराम पनिहार ने उपस्थित होकर बाल कलाकारों की खुले दिल से प्रशंसा की और कहा कि हमे आज श्री कृष्ण के जीवन से सम्पूर्ण निर्विकारी बनने की प्रेरणा लेनी चाहिए ।उन्होंने इस सुंदर ,अनुशासित,मर्यादित और शिक्षा प्रद कार्यक्रम की आयोजकों को बधाई दी ।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एंटी व्हीकल थेफ़्ट पुलिस शाखा के इंसपेक्टर श्री भगवान ने कहा कि इन बाल कलाकारों ने भारत के गोरवशाली इतिहास का बहुत ही सुंदर मंचन किया है । ऐसे मंचों से हमारी युवा पीढ़ी को नशा मुक्त बनने का भी सन्देश दिया जाना चाहिए ।
महन्त विकास गिरी जी महाराज ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज बहल का केंद्र हमेशा ही लोक कल्याण हित के कार्यक्रम समय समय पर करता रहता है जिससे जनता को सकारात्मक सन्देश मिलता है । श्री कृष्ण सनातन धर्म के प्रणेता एवम आदर्श हैं ।आज उनके जीवन पर केवल झांकी ही बनाना पर्याप्त नही है अपितु हमे अपने अंतर्मन में झांकने की आवश्यकता है । केंद्र संचालिका राजयोगिनी बी के शकुन्तला ने कहा कि अब वह दिन दूर नही जब सर्व गुण सम्पन्न, 16 कलाओं से सम्पन्न सबके हृदय पर राज करने वाला मुरली बजैया श्री कृष्ण का इस धरा पर आगमन होगा, हर घर स्वर्ग बनेगा । हर बाला राधा सम होगी और बालक कृष्ण कन्हैया सा होगा । उसके लिए आज के दिन अपनी सभी बुराईयों को त्याग राजयोगी बनने का संकल्प लें । ठीक 12 बजे वासुदेव जी टोकरे में श्री कृष्ण बने नवजात शिशु को जब लेकर आये तो बालक के पैर छूकर और बधाई गीत गाकर महिलाओं ने खुशियों में रास किया । सीनियर राजयोगा टीचर बी के पूनम ने कुशल मंच संचालन किया । मेरे घर राम आये हैं…… के भजन की धुन पर जब सभा मंच पर श्री राम और कृष्ण के रूप में सजे बच्चों ने प्रवेश किया तो सभी ने खड़े होकर और करतल ध्वनि से अभिवादन व स्वागत किया । कार्यक्रम में डॉ वीरेंद्र श्योराण ,डॉ नीरजा श्योराण,डॉ सुरेंद्र सांगवान, सचिव संजय लालावासिया, CEO अमरजीत चौधरी, BDC योगेश योगी, NRI बजरंग खन्ना, PTI मुन्नी मैडम,दीपक चौधरी, मनीष चौधरी, पूर्व चैयरमेन सुशील केड़िया रामसिंह शेरला, पत्रकार पुरुषोत्तम भोल्याण आदि मुख्य रूप से मोजूद रहे ।
कार्यक्रम का निर्देशन बी के शीतल ,बी के वैशाली , बी के मीनू, बी के सुशीला ने संयुक्त रूप से किया । कार्यक्रम का बहल व आस पास के गांवों के सैंकड़ों लोगों ने लाभ लिया ।