सांईखेड़ा: ब्रह्माकुमारीज में शिव शक्तियों के साथ बेटियों का हुआ सम्मान

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सांईखेड़ा,मध्य प्रदेश। ब्रह्माकुमारीज में बेटी दिवस  के अवसर पर देश की शान बेटियां विषय पर आधारित आध्यात्मिक स्नेह मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया । ब्रह्माकुमारीज की जिला संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी कुसुम दीदी जी की गरिमामय  उपस्थिति में आयोजित स्नेह मिलन समारोह में जिले भर के सभी बीके भाई बहन उपस्थित रहे ,कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी बहनों के माता पिता औऱ परिवार के सदस्य भी उपस्थित रहेl आर सी गॉर्डन साईं खेड़ा में आयोजित समारोह में सर्वप्रथम बी के भाई बहनों ने आगे आकर मुख्य द्वार पर ढोल नगाड़े और कलश यात्रा द्वारा आदरणीय बड़ी बहन जी का स्वागत किया और दीदी जी को फ़ूलों की वर्षा के साथ मंच तक पहुंचाया गया, उसके पश्चात साईखेड़ा की माताओं बहनों  द्वारा कुसुम दीदी जी (जिला संचालिका ब्रह्माकुमारीज नरसिंहपुर), उर्मिला दीदी ( मुख्य संचालिका ब्रह्माकुमारीज गाडरवारा), सरोज दीदी जी (मुख्य संचालिका ब्रह्माकुमारीज करेली),ब्रह्माकुमारी जानकी दीदी और ब्रह्माकुमारी प्रीती दीदी जी सहित सभी ब्रह्माकुमारी बहनों का मुकुट,चुनरी और हार पहना कर श्रृंगार किया गया l

 कला एवं सांस्कृतिक विभाग के बाल एवं युवा कलाकारों द्वारा स्वागत नृत्य सहित अनेक प्रस्तुतियां दी गई जिसमें मुख्य रूप से नरसिंहपुर जिले में ब्रह्माकुमारीज की शुरुआत से लेकर अभी तक का सफर एक बहुत सुंदर नाटक द्वारा प्रस्तुत किया गया, इसमें बताया गया की कैसे 28 बर्ष पहले राजयोगिनी कुसुम दीदी जी द्वारा  जिले में विश्व परिवर्तन के कार्य की शुरुआत हुईl

दीदी जी ने बेटी दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि आज का यह पावन दिवस जो की विश्व बेटी दिवस के रूप में सारा विश्व मना रहा है हम सब जानते हैं शिव परमात्मा ने इस धारा को स्वर्ग बनाने के लिए, संसार से असुरियता को समाप्त करने के लिए और फिर से देवत्व को इस धरा पर लाने के लिए शिव शक्तियों को अवतरित किया और वह शक्ति कन्या के रूप में इस भारत भूमि पर जन्म लेती हैं बेटी जो 21 कुलो का उद्धार करने वाली होती है,कन्या जिसको 100 ब्राह्मण से भी श्रेष्ठ माना गया है स्वयं परमात्मा ने उन्हें अपनी गोद की बच्ची बनाकर इस धरा को स्वर्ग बनाने के लिए,संसार की सभी आत्माओं की मनोकामनाएं पूर्ण करने के लिए जगत की जननी बनाई जो दुर्गा के रूप में, लक्ष्मी के रूप में, सरस्वती के रूप में आत्माओं को विकारों से बुराइयों से मुक्त कराने के लिए, स्वर्णिम सृष्टि बनाने के लिए बाल ब्रह्मचारिणी, राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी बहनों को चुना है और इसके साथ उन माताओं को ज्ञान का कलश दिया है जो गृहस्थ जीवन में रहते हुए कमल पुष्प सामान पवित्र जीवन जी रहे हैं वह माता-पिता भी कितनी सौभाग्यशाली हैं जिनकी बेटियों को स्वयं परमात्मा ने अपने विश्व परिवर्तन कार्य के लिए निमित्त बनाया है आज उन सभी शिव की सजानियों को और कार्यक्रम में उपस्थित सभी बेटियों को बेटी दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएंl

इसके पश्चात सभी बेटियों के साथ केक काटकर उनका मुंह मीठा कराया गया और ईश्वरीय सौगात भेंट की गईl  कार्यक्रम में उपस्थित संपूर्ण जिले के बी के भाई बहनों ने सभी शिव शक्तियों और सभी बेटियों को बेटी दिवस की शुभकामनाएं दी l कार्यक्रम के अंत में सभी को ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा प्रभु स्मृति में बनाया गया ब्रह्मा भोजन भी स्वीकार कराया गयाl

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