मुख पृष्ठआजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओरग्वालियर: “अपने राम सबके राम” कार्यक्रम का आयोजन

ग्वालियर: “अपने राम सबके राम” कार्यक्रम का आयोजन

ग्वालियर, मध्य प्रदेश। अयोध्या में श्री रामलला के भव्य मंदिर में भगवन श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर ब्रह्माकुमारीज़ ग्वालियर के पुराना हाईकोर्ट स्थित सेवाकेंद्र पर “अपने राम सबके राम” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी बहनों के द्वारा प्रभु श्री राम जी,  श्री लक्षमण जी, माता सीता जी और श्री हनुमान की चैतन्य झांकी सजाये गई| कार्यक्रम में सेवाकेंद्र प्रमुख ब्रह्माकुमारी आदर्श दीदी जी, डॉ. बी.के. गुरचरण भाई जी,  बी.के. प्रहलाद भाई जी, बी.के. महिमा बहन, उपस्थित थे।
कार्यक्रम के शुभारम्भ में सभी ने दीप जलाये तत्पश्चात सेवाकेंद्र प्रमुख आदर्श दीदी जी ने सभी को श्रीरामलला के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अपनी शुभकामनाये दीं तथा प्रभु श्रीराम जी के दिव्य जीवन के महान चरित्रों का वर्णन करते हुए कहा कि इस साकार सृष्टी में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी का सम्पूर्ण जीवन त्याग, तपस्या,  पवित्रता,  आज्ञाकारिता,  निर्मानता,  गंभीरता,  सहनशीलता,  सर्व को सम्मान देने की भावना,  सदैव निश्चिन्तता,  हर्षितमुखता,  सत्यता,  वचनबद्धत्ता,  सब के शुभचिंतक,  शुभभावना,  शुभकामना सम्पन्न जीवन हम सभी के लिए प्रेरणादाई है। भगवान श्री राम ने अपने जीवन के हर कर्म से सम्पूर्ण मानवता को श्रेष्ठ जीवन जीने का उदहारण प्रस्तुत किया।

उन्होंने आगे कहा कि प्रवृत्ति (गृहस्थ)  में रहते हुए हर कर्म करते हुए, सामाजिक जिम्मेवारियों को पूरा करते हुए यदि हमारे व्यक्तिगत जीवन में  कठिनाई आती है तो ऐसे समय मे प्रभु श्री राम के जीवन से प्रेरणा लेकर स्थिर होकर एकाग्रचित्त, मर्यादित रहकर तथा स्व-हित से पहले सर्व के हितों की रक्षा करना, सर्व को अपना परिवारजन समझना, वसुधैव कुटुम्बकम के भावना रख सर्व के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध रहना श्री राम जी का ऐसा श्रेष्ठ जीवन दर्शन हमें हमारे जीवन की सभी परिस्थितियों, प्रश्नों, समस्याओं तथा तनावों से मुक्त करता है। श्रीराम के जीवन का हर दृश्य जीवन प्रबंधन का अद्वितीय उदाहरण है। सर्व के आराध्य,  सर्व समर्थ,  सर्व कुशलताएँ,  सर्व कलाओं में निपुणतायें होने के बाद भी प्रभु श्री राम जी अभिमान भाव से पूर्णत: मुक्त रहे|
हम सभी को प्रभु श्री राम जी के महान जीवन चरित्र दर्शन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को श्रीराम के सामान मर्यादा पुरुषोत्तम बनाना चाहिए।
इसके पश्चात् बीके डॉ. गुरचरण भाई ने अयोध्या में भव्य आयोजन के लिए सभी को शुभकामनाएं दी। और कहा कि यदि हम भगवान की स्मृति में रहते है और उनकी शिक्षाओं का पूर्ण रीति से पालन करते है तो हमें उनका साथ और उनकी मदद का अनुभव अवश्य होता है।
प्रभु श्री राम ने इस साकार सृष्टी पर अवतरित होकर अपने जीवन चरित्रों द्वारा हम सभी को मानव जीवन के सर्वोत्तम स्वरुप का दर्शन कराया। आज पूरे देश में हर तरफ हर्ष और उत्साह है। सभी श्रद्धा से प्रभु राम को याद कर रहे है ।
कार्यक्रम में पधारे सभी श्रद्धालुओं ने बड़े ही उमंग उत्साह से अयोध्या के भव्य मंदिर में प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा के पुनीत अवसर पर
दीप जलाए, मिठाईयां बांटी ।

कार्यक्रम में बीके प्रहलाद भाई ने भी इस पावन अवसर पर सभी को अपनी शुभकामनाएं देते हुए मंच संचालन किया ।
तथा आभार बी.के. पवन के द्वारा किया गया ।
कार्यक्रम में बीके जीतू, बीके नारायण, बीके सुरभि, बीके रोशनी, बीके नव्या, बीके ध्रुव सहित अनेकानेक लोग उपस्थित थे।

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