इंदौर: ज्ञान शिखर ओम शांति भवन में शिव जयंती एवं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस ( 8 मार्च ) के उपलक्ष्य में ” शिव अवतरण द्वारा महिला सशक्तिकरण” विषय पर आयोजित कार्यक्रम का आयोजन

0
151

“समाज निर्माण में नारी का योगदान पुरुष से बढ़कर”
 ” अभिमान से मुक्त हो सेवा करो तनाव नहीं होगा”- माल सिंह भयड़िया,इंदौर संभागायुक्त

इंदौर,मध्य प्रदेश। मनुष्य की जन्मदात्री मां ही प्रथम गुरु है। समाज और विश्व के निर्माण में नारी का बहुत बड़ा योगदान है। अधिकार की बात करें तो स्त्री को पुरुष के समान ही नहीं अपितु पुरुष से बढ़कर अधिकार और सम्मान दिया जाना चाहिए।                  

यह प्रेरक विचार इंदौर संभाग के कमिश्नर माल सिंह  भयड़िया ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी  ईश्वरीय विश्व विद्यालय के ज्ञान शिखर ओम शांति भवन में शिव जयंती एवं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस ( 8 मार्च ) के उपलक्ष्य में ” शिव अवतरण द्वारा महिला सशक्तिकरण” विषय पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किये । उन्होंने कहा कि महिलाओं को समाज में समान अधिकारों से भी बढ़कर अधिकार और सम्मान देना हमारा कर्तव्य है । आपने कहा कि गरीबों की सेवा में ही असली आनंद है । व्यक्ति को अभिमान से मुक्त हो सेवा करनी चाहिए जिससे तनाव नहीं होगा । उन्होंने कहा कि स्वयं से प्रण लें कि मुझे समाज में अच्छा कार्य ही करना है । महान व्यक्ति जीवन के आरंभिक काल से ही कठिनाइयों को पार करते हुए शिखर पर पहुंचते हैं ।

इस अवसर पर  इंदौर जोन की क्षेत्रीय निर्देशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी ने कहा कि नर और नारी दोनों समाज के दो पहिए हैं । दोनों का विकास साथ-साथ होना चाहिए । बच्चों को सुसंस्कारित करना मां का प्रथम कर्तव्य है, ताकि कहीं गलत रास्ते पर ना चले जाएं ।  घर-घर को स्वर्ग बनाने की जिम्मेदारी नारी पर ही है । उन्होंने कहा कि हम आत्म चिंतन करें। ईश्वर की अपार शक्तियां और गुण हमारे अंदर निहित है, बस  उनको जागृत करने की आवश्यकता है तो समाज सुखी,स्वस्थ और सुंदर बन जाएगा।

कार्यक्रम में इंदौर क्षेत्र की पोस्ट मास्टर जनरल प्रीति अग्रवाल ने कहा कि महिला यदि समर्थ और सशक्त हो जाए तो परिवार के साथ- साथ समाज को भी दिशा दें सकती है। नारी को स्वतंत्र होना चाहिए लेकिन स्वच्छंद नहीं होना चाहिए । आपने जीवन में आध्यात्मिकता का महत्व बताते हुए कहा कि नारी अध्यात्मिकता  द्वारा स्वयं को सशक्त बनाकर परिवार को भी बिखरने से बचा सकती है। ईश्वर पर विश्वास हमें कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी जीवन जीने का साहस देता है। आपने कहा महाशिवरात्रि शिव और शक्ति के मिलन का यादगार दिन है ।

कार्यक्रम में  साकेत सेवाकेंद्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी अंबिका  बहन ने कहा कि  भारत में शिवरात्रि और नवरात्रि दोनों का महत्व है । भारत को शांतिमय और सुखमय में बनाने में महिलाओं की अग्रणी भूमिका है। आज नारी पाश्चात्य सभ्यता का अंधानुकरण कर फैशन परस्त जीवन व्यतीत कर रही है। परिवार में यदि नारी अच्छे विचारों के साथ भोजन निर्माण करती है तो वही भोजन प्रसाद बन जाता है जिसे खाने वाले सभी लोगों के मन में सकारात्मक और शुद्ध विचार उत्पन्न होते हैं और शुद्ध विचार ही श्रेष्ठ कर्म का आधार है। कार्यक्रम में शक्ति निकेतन की संचालिका ब्रह्माकुमारी करुणा दीदी ने राजयोग की गहन अनुभूति कराई।

इसके पश्चात अतिथियों एवं शहर के अनेक गणमान्य प्रबुद्ध जनों ने दीप जलाकर शिव महोत्सव का शुभारंभ किया।  साथ ही  शिव ध्वज फहराया  गया।  गंगोत्री विहार कॉलोनी की ब्रह्माकुमारी सीमा बहन ने शिव जयंती के शुभ अवसर पर हृदय पर हाथ रखकर सबको मधुरता युक्त जीवन जीने की प्रतिज्ञा करवाई ।  ब्रह्माकुमारी आकांक्षा बहन ने शिव महिमा पर आधारित ओम नमः शिवाय की प्रस्तुति दी।  कार्यक्रम का संचालन प्रेमनगर सेवाकेंद्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी शशि बहन ने किया।

अंत में शिव संदेश देने के लिए भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। जिसमें रथ पर चैतन्य लक्ष्मी नारायण की झांकी, परमत्मा शिव की झांकी, सिर पर कलश लिए ब्रह्माकुमारी बहनें विशेष आकर्षण का केन्द्र रही।

साथ ही जीवन को नशा मुक्त बनाने एवं ट्रैफिक नियमों का पालन करने का सन्देश भी दिया गया।

समारोह में बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें