अम्बिकापुरः 88 वीं महाशिवरात्रि धूमधाम से मनाया गया

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महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भव्य मेले का आयोजन किया गया है

महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर निराकार परमपिता परमात्मा के 88 वीं अवतरण का केक कटिंग शिवध्वजारोहण कर बहुत धूमधाम से मनाया गया।

अम्बिकापु,छत्तीसगढ़रः- महाशिवरात्रि का महापर्व देश में सभी जगह मनाया जाता हैं, इसी का एक दिव्य नजारा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय नव विश्व भवन चोपड़ापारा अम्बिकापुर में देखने को मिला। यह वही संस्था हैं जहाँ शिव परमात्मा ब्रह्मा तन में अवतरित होकर सत्य ज्ञान दे रहे हैं। अपने अन्दर की बुराईयों को मिटाने के पावन पर्व शिवजयन्ती पर बड़ी संख्या में ब्रह्माकुमार भाई- बहनों का हुजुम उमड पडा। सारा संसार अज्ञान अंधकार में माया के वश हो 5 विकारों में जूझ रहे है वही यह अनोखे फरिश्ते शिवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य समझ, समय पर शिव परमात्मा को पहचानने की अलौकिक खुशी मना रहे हैं।
इस महोत्सव में भाजपा के वरिष्ठ नेता भ्राता अनिल सिंह मेजर,नगर निगम पार्षद भ्राता आलोक दुबे जी, जल विभाग प्रभारी न. नि. अम्बिकापुर, भ्राता द्वितेन्द्र मिश्रा जी, जैन समाज के अध्यक्ष भ्राता अशोक जैन जी, विवेकानन्द स्कूल के डायरेक्टर स्वामी तन्मयानन्द जी, सिक्ख समाज के अध्यक्ष भ्राता रघुवीर सिंह छाबड़ा जी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अम्बिकापुर भ्राता पुपलेश पोर्ते जी और सरगुजा संभाग की संचालिका ब्रह्माकुमारी विद्या दीदी उपस्थित थे।  
सरगुजा संभाग की सेवाकेन्द्र संचालिका ब्रह्माकुमारी विद्या दीदी सभी नगरवासियों को शिवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं दी और शिवरात्रि का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुये कहा कि शिवरात्रि पर भक्तजन रात्रि जागरण करते है रात्रि जागरण अर्थात् रात्रि अर्थात् परमात्मा स्वयं धर्म ग्लानि पर आते है और वर्तमान समय वही धर्म ग्लानि का समय है, जहाँ हर एक चीज अपनी शुद्धता को खो चुका है, और ऐसे समय पर परमात्मा निराकार शिव प्रजापिता ब्रह्मा के तन में अवतरित होकर हमें ज्ञान देकर अज्ञान नींद से मनुष्य आत्माओं को जगाते है। पाप कर्म के प्रति हमें सचेत करते और सत्य कर्म करने की प्रेरणा देते है। धतूरा और अक अर्थात् अपने अन्दर के अक, धतूरा जैसे काम, क्रोध जैसे विकार को अर्पित करना। उपवास अर्थात् उप माना निकट, वास माना रहना अर्थात् परमात्मा के याद में रहकर सदा हर कर्म करना, तीन बेलपत्र अर्थात् बलि चढ़ना अर्थात् स्वयं को तन- मन- धन से समर्पित करना। जब हम अपने मै, और मेरा को परमात्मा को अर्पित कर देते है, तो विकारों से बचे रहते है और शिव- पार्वती विवाह अर्थात् परमात्मा के साथ सर्व सम्बन्ध जोड़ते है, तो परमात्मा ज्ञान, शक्ति से श्रृंगार करके नई दुनिया स्वर्ग में जाने के योग्य बना देते है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता भ्राता अनिल सिंह मेजर जी जी ने शिव जी के कहानियों के माध्यम से बताये कि जीवन में सुख, दुःख, सफलता- असफलता जैसी कितनी भी परिस्थितियाँ आये परन्तु अपने आदि पुरातन संस्कृति के तरह ही सबको सहयोग देते हुये खुशी-खुशी  से जीवन जीना है।  
जल विभाग प्रभारी न. नि. अम्बिकापुर  भ्राता द्वितेन्द्र मिश्रा जी ने कहा कि महाशिवरात्रि पर्व शिव शक्ति के मिलन का महापर्व है जिसमें इतनी गुहृ- गुहृ बातें समायी हुई जिससे कारण सृष्टि को अलग करने का कल्पना करना सम्भव है। आगे उन्होंने कहा कि  जीवन में काम, क्रोध, लोभ, मोह, ईर्ष्या जैसे विकारों का परित्याग ही परोपकार है, जिससे मनुष्य महान बन जाता है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अम्बिकापुर भ्राता पुपलेश पोर्ते जी शिवरात्रि महापर्व की बधाई देते हुये कहा कि अच्छी चीज, या अच्छा ज्ञान जहाँ भी सहजता से मिले उसे धारण कर लेना चाहिये, जिससे मन शांत एवं खुशनुमा रहने के कारण वो गलत काम नहीं करता है। उन्होंने वर्तमान समय की स्थितियों पर चिन्ता जाहिर व्यक्त करते हुये कहा कि इस समय बहुत आवश्यक हो गया है अच्छे ज्ञान को स्वयं में धारण करके, दुसरों तक अच्छी शिक्षाओं को देने का, जिससे आनो वाले भविष्य को संभाला जा सके।
नगर निगम पार्षद भ्राता आलोक दुबे जी ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के द्वारा किये गये गरिमामयी कार्यों की सराहना करते हुये कहा कि यहाँ आने के बाद जो शांति और अपनेपन की महसूसता होती हैं, जिससे मन का सारा थकान, तनाव दूर हो जाता है।
 विवेकानन्द स्कूल के डायरेक्टर स्वामी तन्मयानन्द जी ने कहा कि शिव अनन्त है, वो सम्पूर्ण गुणों से भरपूर है इसलिये उन्हें आशुतोष  कहा जाता है। तत्पश्चात् उन्होंने शिव का भजन गाकर पूरे सभा को भाव विभोर कर दिया।
सिक्ख समाज के अध्यक्ष भ्राता रघुवीर सिंह छाबड़ा जी ने कहा ब्रह्माकुमारीज़ द्वारा सिखाये जा रहे राजयोग मेडिटेशन  के माध्यम से परमात्मा शिव से जोड़ने का कला बहुत ही अद्भूत है। मेडिटेशन करने से सारी समस्यायें दूर हो जाता है, जिससे यह पता का अनुभव होता है और विपरीत परिस्थियों में परमात्मा के साथ व मद्द का अनुभव होता है।
जैन समाज के अध्यक्ष भ्राता अशोक जैन ने भी कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्था प्रत्येक मनुष्य को ऐसी शिक्षा प्रदान करती है जिससे वह देश का एक सच्चा नागरिक बनता है।
इस अवसर पर मनिकनिका, अदिति और प्रियंका ने शिव के भजन पर नृत्य प्रस्तुत किया।

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