दिल्ली-डेरावाल नगर :अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस तथा महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर कार्यक्रम आयोजित किया गया

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आध्यात्मिकता तथा राजयोग का अभ्यास बना देगा संतुलित जीवन, जिससे परिवार सुखमय हो जायेगा- राजयोगिनी चक्रधारी दीदी

सद्गुणों का संचय,  जीवन में धैर्यता, शांति के लिए मेडिटेशन तथा सशक्त मानसिकता के लिए आध्यात्मिक ज्ञान है आवश्यक- डॉक्टर मोहित गुप्ता

दिल्ली-डेरावाल नगर: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस तथा महाशिवरात्रि के पावन पर्व के अवसर पर उत्तरी दिल्ली के मुख्य ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र ज्ञान विज्ञान भवन में कार्यक्रम “परमात्मा शिव द्वारा नारी सशक्तिकरण के लिए सकारात्मक परिवर्तन” आयोजित किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षा तथा राजयोग शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान के महिला प्रभाग की अध्यक्षा, राजयोगिनी बी के चक्रधारी दीदी ने सामाजिक क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी के बढ़ने के साथ-साथ व्यक्तिगत जीवन में आने वाले अनेक समस्याओं की ओर ध्यान खिंचवाया। जिससे मुक्ति पाने के लिए आध्यात्मिकता को अपनाना आवश्यक होना चाहिए। स्वयं को जानकर परमात्मा की यथार्थ पहचान से राजयोग के अभ्यास से उनके गुणों शांति, प्रेम, पवित्रता, आनंद, शक्ति, धैर्यता तथा सरलता से स्वयं के जीवन को भरपूर करने से हम व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक तथा व्यावसायिक स्तर पर एक सुंदर संतुलन स्थापित कर सकते हैं।

अंबेडकर अस्पताल की प्रोफेसर तथा विभागाध्यक्ष डॉक्टर शशी रहेजा ने अपने वक्तव्य में ब्रह्माकुमारीज परिसर में उपस्थित होकर आध्यात्मिक अनुभूति को अद्भुत बताया। मन की शांति हमें अपने कार्य को उचित विधि से करने में मदद करती है। दातापन का स्वभाव हमारी आंतरिक शक्तियों को बढ़ाता है।

अपने विशिष्ट वक्तव्य में प्रेरक वक्ता, प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ, जी बी पंत हॉस्पिटल के डॉक्टर मोहित गुप्ता ने मेडिटेशन से होने वाले हमारे मन तथा शरीर में सकारात्मक परिवर्तन पर प्रकाश डाला। हमें जीवन में सद्गुणों का संचय कर लें। अपने जीवन के अनुभव से उन्होंने बताया कि विपरीत तथा कठिन परिस्थिति में भी मैंने साहस, दृढ़ता, धैर्यता, शांति, हर्षितमुखता जैसे गुणों को अपने अंदर समाहित कर जीवन में सफलता एवं विजय प्राप्त किया।

राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी लता दीदी ने महाशिवरात्रि के आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डाला। हम उन मंदिरों में जाते हैं परन्तु मन मंदिर में जाना हमें आता ही नहीं। शिव का अर्थ है कल्याणकारी, उनका नाम गुणवाचक, कर्तव्य वाचक है। ‘सकारात्मक परिवर्तन से महिला सशक्तिकरण’ के लिए परमात्मा शिव द्वारा दिया जा रहा आध्यात्मिक ज्ञान एवं राजयोग का निरंतर अभ्यास पारिवारिक जीवन में खुशहाली लाता है।
कार्यक्रम का कुशल संचालन प्रसिद्ध प्रेरक वक्ता एवं मेमोरी ट्रेनर डॉक्टर आदिति सिंघल ने किया।

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