अंतर्राष्ट्रीय नशा व मादक पदार्थ निषेध दिवस के अवसर पर कार्यक्रम

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कादमा (हरियाणा ):नशा नाश की जड़ है सामाजिक व पारिवारिक रिश्ते टूटने का मूल कारण है नशा यह उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की कादमा के तत्वावधान में ब्रह्माकुमारीज पाठशाला रामबास में अंतर्राष्ट्रीय नशा व मादक पदार्थ निषेध दिवस के अवसर पर क्षेत्रीय प्रभारी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने लोगों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज हमारी युवा पीढ़ी इस नशे के चंगुल में फंसती जा रही है जिससे हमारे देश की नींव कमजोर हो रही है। बहन वसुधा ने कहा कि हमें बच्चों और युवाओं को सही दिशा या नशा मुक्त बनाना है तो उसके लिए माता पिता को पहले नशे से मुक्त होना पड़ेगा उनके सामने उदाहरण मूर्त बनना पड़ेगा तभी यह संभव है। ब्रह्माकुमारी बहन ने कहा कि आज आवश्यकता है हमें बच्चों को शिक्षा के साथ श्रेष्ठ संस्कार देने की और संस्कार का निर्माण परिवार से होता है पहले हमें अपने परिवार को  सुसंस्कारित बनाना होगा तभी हम अपने परिवार समाज व संबंधों को नशा मुक्त बना सकते हैं। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए झोझू कलां थाना प्रभारी बलबीर सिंह ने कहा की नशा निषेध की मुहिम को परिवार से ही मजबूत किया जा सकता है क्योंकि बीड़ी सिगरेट शराब  हुक्का आदि नशे का प्रारंभ घर से ही होता है जब तक मां बाप से संस्कारों से युक्त पीढ़ी का निर्माण नहीं करेंगे तब तक नशे के खिलाफ आंदोलन को गति नहीं मिल सकती नशे के खिलाफ मुहिम में घर परिवार व समाज के प्रतिनिधियों को आगे आना चाहिए उन्होंने कहा किसी समाज के नवनिर्माण में शांति व्यवस्था बनाए रखने में केवल पुलिस विभाग ही नहीं अपितु सभी सामाजिक संगठन जनप्रतिनिधियों मिलकर कार्य करें तभी सुंदर समाज का निर्माण संभव है । पूर्व प्राचार्य सुरेंद्र पाल ने अपने अनुभवों के द्वारा बताया कि ब्रह्मा कुमारीज में सिखाए जाने वाले राजयोग से नशा मुक्ति सहज हो सकती है।झोझूकलां सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन ने चित्रों के माध्यम से समझाते हुए  कहा कि बीड़ी सिगरेट शराब तथा अन्य दूसरे नशे का सेवन हम अल्पकालिक शांति के लिए करते हैं जिसका प्रभाव हमारे शरीर परिवार पर विपरीत पड़ता है और परिवार में लड़ाई झगड़ा कलह क्लेश दिन प्रतिदिन बढ़ता जाता है। अनेक प्रकार की दुर्घटनाएं भी नशे का कारण है। उन्होंने कहा कि मन को शांत तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए अगर हम नियमित रूप से राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास करें तो हमारा मनोबल बढ़ता है क्योंकि राजयोग किसी व्यक्ति के मन को सकारात्मक दिशा में ले जाने वाली एक विधि है जिसकी नियमित अभ्यास से व्यक्ति का मन काफी अधिक नियंत्रित हो जाता है और वह बुरी आदतों से बच जाता है उनका दास नहीं बनता।  कार्यक्रम में  ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने सभी को नशा मुक्त जीवन जीने की शपथ दिलाई गई एवं कमल पुष्प  जीवन जीने की कला बताई। इस अवसर पर सुरेंद्र ए एस आई, समुद्र सिंह , मा विनोद कुमार , दलबीर सिंह पूर्व एसएचओ अमीर सिंह लांबा करतार सिंह ढिल्लों राजेश लंबा सुनील कुमार लांबा, मास्टर राजेश आदि सैकड़ों भाई बहनें उपस्थित थे।

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