आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन

0
175

ओआरसी कार्यक्रम में दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए माननीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, आशा दीदी, भौराकलां के जिला पार्षद सुशील चौहान, मधुबन न्यूज़ मुख्य संपादक बीके कोमल एवं अन्य

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने किया पौधारोपण 

ब्रह्माकुमारीज के ओम शांति रिट्रीट सेंटर में हुआ कार्यक्रम

भौरा कलां, गुरुग्राम,हरियाणा:

ब्रह्माकुमारीज के ओम शांति रिट्रीट सेंटर में कल्प तरूह अभियान के तहत वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। अभियान के अंतर्गत पूरे देश में 15 अगस्त तक 40 लाख पौधे लगाने की मुहिम चलाई जा रही है। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्री माननीय भूपेंद्र यादव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। माननीय मंत्री जी ने पौधारोपण कर प्रकृति के प्रति शुभ भावनाएं व्यक्त की। 

भारतीय संस्कृति करती है जीव और प्रकृति में एकत्व भाव स्थापन

– माननीय मंत्री जी ने कहा कि जो प्रकृति की रक्षा करता है, प्रकृति उसकी रक्षा करती है। जीव और प्रकृति दोनों अलग हैं। जीव ही किसी न किसी रूप से प्रकृति पर अपना प्रभाव डालता है। हमारी संस्कृति, प्रकृति और जीव में एकत्व भाव स्थापित करती है। आज हम अनेक साधनों के संचालन के लिए ऊर्जा का प्रयोग करते हैं। जिसके लिए कहीं न कहीं प्रकृति का संतुलन बिगड़ता है। 

ब्रह्माकुमारीज कर रही है सत्वगुण को जागृत

– आध्यात्मिक जीवन शैली से ही हम प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापन कर सकते हैं। ब्रह्माकुमारीज इस दिशा में एक महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। भारत ऊर्जा के क्षेत्र में इको फ्रेंडली अनुसंधान कर रहा है। वृक्षारोपण के द्वारा भूमि कटाव को भी रोका जा सकता है। करुणा और दया का भाव ही प्रकृति के साथ प्रेम करना सिखाता है। माननीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में ऊर्जा के क्षेत्र में बहुत प्रगति हो रही है। 

योग ही सच्ची जीवन पद्धति है

– योग जीवन में अनुशासन पैदा करता है। मन को नियंत्रित करना ही सच्चा अनुशासन है। ब्रह्माकुमारीज संस्था सतोगुण जागृत करने का कार्य कर रही है। जिसके द्वारा ही धरती पर स्वर्णिम दुनिया की संकल्पना की जा सकती है। योग जीवन से अलग नहीं है बल्कि योग एक जीवन पद्धति है। 

ओआरसी की निदेशिका आशा दीदी ने अपने प्रेरणादाई संबोधन में कहा कि प्रकृति से प्रेम ही जीवन को सुखद बनाता है। जीवन बनाए रखने के लिए प्रकृति का संतुलन जरूरी है। 

मधुबन न्यूज़ के मुख्य संपादक बीके कोमल ने अपनी शुभ कामनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए मानसिक स्वच्छता की आवश्यकता है। हमारे विचार ही पर्यावरण को प्रभावित करते हैं। पौधा लगाने के साथ-साथ मन में एक शुद्ध संकल्प का भी पौधा लगाएं। 

ब्रह्माकुमारीज द्वारा मनाए जा रहे करुणा और दया वर्ष के तहत सभी ने करुणा और दया का भाव व्यक्त करते हुए प्रतिज्ञा की एवं दृढ़ संकल्प कर फॉर्म भरा।बीके सुनैना ने राजयोग के अभ्यास एवं शुद्ध विचारों के चिंतन द्वारा शांति की गहन अनुभूति कराई।कार्यक्रम में बीके दीपक ने प्रकृति के प्रति स्नेह के भाव व्यक्त करते हुए बहुत सुंदर गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन बीके विधात्री ने किया।कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों सहित काफी संख्या में लोगों ने शिरकत की। 

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें