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रायपुर: रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ हुआ समर कैम्प का समापन…

 – बच्चों को अच्छे गुणों से संस्कारित करने का यह सही समय…डॉ. एन.वी. रमना राव, डायरेक्टर एनआईटी
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बच्चों के चारित्रिक विकास में ब्रह्माकुमारीज का समर कैम्प मददगार… उज्जवल पोरवाल (आईएएस)
 
– बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए आध्यात्मिक शिक्षा जरूरी… ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी
 – नैतिक मूल्यों की धारणा कराएगी लक्ष्य की प्राप्ति… ब्रह्माकुमारी सविता दीदी

रायपुर,छत्तीसगढ़ : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा आयोजित प्रेरणा समर कैम्प का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ समापन हुआ। शान्ति सरोवर मे आयोजित समापन समारोह में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक एन.वी. रमना राव, स्मार्ट सिटी रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उज्जवल पोरवाल (आईएएस), क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी, रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी और ब्रह्माकुमारी भावना दीदी ने विचार व्यक्त किए।

राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) के निदेशक एन.वी. रमना राव ने समर कैम्प आयाजित करने के लिए ब्रह्माकुमारी संस्थान की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान समय इसकी बहुत अधिक आवश्यकता है। बच्चों में अच्छे गुणों और संस्कारों का बीज बोने का यह सही समय है। उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्थान का उद्देश्य उच्च मानवीय गुणों को जागृत करना है। यहाँसिखलाया जाने वाला राजयोग तनाव को दूर करने में मददगार सिद्घ हुआ है।  आजकल दैनिक जीवन में तनाव बढ़ता जा रहा है। लोग योग और ध्यान सीखने के लिए भारत की ओर देख रहे हैं। उन्होंने बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि इसमें बच्चों में रचनात्मकता की झलक दिखाई देती है।

स्मार्ट सिटी रायपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (आईएएस)उज्जवल ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बच्चों के चारित्रिक विकास में समर कैम्प मददगार बनेगा। उनमेेंं एकाग्रता विकसित करने में राजयोग साधना सहायक सिद्घ होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय शारीरिक और स्कूली शिक्षा के साथ ही आध्यात्मिक शिक्षा पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। आत्मबल नहीं होने के कारण बच्चे सुसाईड करने में नहीं हिचकते। राजयोग से उनके मनोबल में वृद्घि हो सकती है।

इन्दौर जोन की क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि व्यक्तित्व विकास के लिए बच्चों का सर्वांगीण विकास होना बहुत जरूरी है। आजकल बच्चे अल्पकालिक सुख के लिए भौतिक साधनों के पीछे भाग रहे हैं। उनके माता-पिता भी पश्चिमी सभ्यता का अन्धानुकरण कर रहे हैं। नैतिक और आध्यात्मिक शिक्षा की ओर उनका ध्यान नहीं है। बच्चों को टेलीवीजन के सहारे न छोड़ें।

रायपुर केन्द्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने कहा कि बचपन मूल्यवान समय होता है। इसी समय हम अपना लक्ष्य निर्धारित करते हैं। लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जीवन में नैतिक मूल्यों का होना जरूरी है। उन्होंने समारोह में उपस्थित माता-पिता से अनुरोध किया कि अपना समय टीवी और मोबाईल में व्यर्थ नष्ट करने की बजाय बच्चों के संग बांटें ताकि बच्चों को प्यार मिले और अपनापन पैदा हो। समारोह को सुश्री प्रगति दावरा मिरानी और ब्रह्माकुमारी भावना दीदी ने भी सम्बोधित किया।

कार्यक्रम की शुरूआत बच्चों के द्वारा मेरे भोलेनाथ गीत पर प्रस्तुत नृत्य से की गर्ई। इसके बाद सोशल मीडिया से नुकसान को दर्शाते हुए नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्माकुमारी सिमरण दीदी ने किया। समर कैम्प में विजयी बच्चों को पुरस्कार व प्रमाण पत्र भी दिया गया।

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