· अखिल भारतीय संत समाज अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद गंगा महासभा श्रीकाशी विद्द्वत परिषद और श्रीवैष्णव विरक्त संत समाज काशी का संयुक्त आयोजन
· रूद्राक्ष क्न्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रहित और मतदान पर हुई चर्चा
· काशी सुमेरूपीठ के शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज के अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में हिमांचल प्रदेश एवं सिक्किम के माननीय राज्यपाल ने की शिरकत
· ब्रह्माकुमारीज़ की ओर से विशिष्ट अतिथि के रूप में क्षेत्रीय निदेशिका राजयोगिनी ब्र.कु. सुरेंद्र दीदी जी के साथ वाराणसी स्थित विभिन्न सेवाकेंद्रों की बहनें एवं भाई रहे उपस्थित
वाराणसी,उत्तर प्रदेश। देश में चल रहे गणतंत्र का महानतम् पर्व “मतदान” को लेकर आम जनमानस के साथ देश के बौद्धिक वर्ग के साथ संत समाज में भी विशेष उत्साह की लहर है । देश और समाज के आंतरिक और बाह्य् परिवर्तन विकास और सामाजिक एवं धार्मिक सद्भाव व सौहार्द अपने आप में एक व्यापक विषय वस्तु है ।
देश के विकास में जितना हमारे राजनेता का महत्व है उससे अधिक हम सभी मतदाता का योगदान है। क्योंकि हमारे मत द्वारा चुनी हुई पार्टी का नेतृत्व ही हमारे देश और समाज के विकास का पोषक होता है । इसलिए आवश्यक है कि हम अपना कीमती मत देश के ऐसे व्यक्तित्व के लिए ऐसी नेतृत्व के लिए अर्पित करें जो देश में विकास के साथ सांस्कृतिक और सामाजित विरासत धार्मिक और नैतिक संस्कार एवं संस्कृति के प्रति भी योगदान दे सके । क्योंकि प्राचीन भारतीय उच्च सांस्कृतिक मूल्य एवं संस्कार और संस्कृति के अभाव में आज के बच्चे एवं युवा पीढी दिशाहीन और मूल्य विहीन होते जा रहे हैं] अत: ऐसे समय में हम साधु-संतो को भी अपनी विरासत के उन्नयन के लिए जन-जन के अंदर मतदान की महत्ता को जागृत कर] उसके प्रति सजग रह्ने और सजग करने की आवश्यकता है ।
यह विचार है वाराणसी के रूद्राक्ष कंवेंशन सेंटर में अखिल भारतीय संत समाज] अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद] गंगा महासभा] श्रीकाशी विद्द्वत परिषद और श्रीवैष्णव विरक्त संत समाज काशी के संयुक्त सहयोग से आयोजित कार्यक्रम “राष्ट्रहित में संत-समागम” में उपस्थित संतों के | उक्त कार्यक्रम में काशी के जाने माने संत महात्माओं के साथ अनेक विद्द्वत्जनों की उपस्थिति हुई |
काशी सुमेरूपीठ के शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज के अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में हिमाचल के माननीय राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल जी, सिक्किम के माननीय राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य जी के साथ अखिल भारतीय सन्त समाज के महामन्त्री स्वामी जीतेन्द्रानन्द सरस्वती जी] अन्नपूर्णा मन्दिर के महंत स्वामी शंकर पुरी जी, प्रो. वशिष्ठ त्रिपाठी जी अध्यक्ष, श्रीकाशी विद्वत् परिषद्, महन्त पातालपुरी मठ श्री बालकदास जी महाराज, स्वामी विमलदेव आश्रम अध्यक्ष, दण्डी संन्यासी प्रबन्धन समिति, पद्मश्री प्रो० नागेन्द्र पाण्डेय जी, पद्मश्री प्रो. के. के. त्रिपाठी जी, पद्मश्री पण्डित शिवनाथ मिश्र जी, पद्मश्री चन्द्रशेखर सिंह जी, अखिल भारतीय धर्मसंघ के श्री जगजीतन पाण्डेय जी आदि के साथ मा० क्षेत्र प्रचारक एवं मा० प्रान्त प्रचारक श्री रमेश जी आदि ने राष्ट्रहित और मतदान के प्रति अपने विचार प्रस्तुत किए |
कार्यक्रम में काशी के अनेक मठ, पंथ और समाज से हजारों की संख्या में साधु, संत और महात्माओं की उपस्थिति रही | उक्त अवसर पर वरिष्ठ राजयोगी बी के मोहन, बी के विपिन, बी के अंजली, बी के गीता, बी के राधिका, बी के तापोशी, बी के सोनी, बी के मीरा के साथ विपिन कपूर, विनोद, सत्यनारायण , राजु, संदीप आदि भाई-बहनें शामिल रहे |
अंत में राजयोगिनी ब्र कु. सुरेन्द्र दीदी के साथ, बी के राधिका, बी के तापोशी व् बी के विपिन भाई ने हिमांचल और सिक्किम के माननीय राज्यपाल महोदय के साथ साधु-संत और महात्माओं, काशी विद्द्वत परिषद् के पदाधिकारी आदि से मुलाक़ात कर उन्हें संस्था की व्यापक गतिविधियों की जानकारी देने के साथ मुख्यालय माउंट आबू पधारने के लिए विशेष निमंत्रण दिया |