देवबंद , उत्तर प्रदेश। ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय स्थानीय शाखा शिव चौक द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया । ब्रह्माकुमारी बहन जी माननीय मंत्री कुंवर बृजेश सिंह के आवास पर पहुंचकर भी उनको आज विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं दी और साथ-साथ दो पौधे अर्पित कर उनके आंगन में दो पौधे लगाए।। पर मंत्री जी ने संस्था की बहुत-बहुत प्रशंसा की और इस कार्य कर लिए बहुत-बहुत स्वागत किया उन्होंने आह्वान किया कि हम सबको भी आने वाले समय से पहले पर्यावरण के संरक्षण के लिए काम करना होगा ताकि हमारा जीवन आने वाली पीढियां का जीवन स्वस्थ रहे। इसके साथ-साथ सेवाकेंद्र पर सभी भाई बहनों को एक-एक दो-दो पौधे की संरक्षण करने की जिम्मेदारी दी गई ।
हर वर्ष प्रजापिता ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करता है । ब्रह्मकुमारी का ग्राम विकास विभाग कैसे योग खेती बिना किसी दवाई पेस्टिसाइड के खाद के दवाई के लिए अच्छे पर्यावरण के लिए पिछली 11 सालों से कार्य कर रहा है। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय अनेक तरह के पर्यावरण जैसे कि वायु जल पृथ्वी किस तरह के प्रदूषण से आज सारी दुनिया शिकार हो रही है लेकिन इन सभी के आधार का -हमारे विचारों का प्रदूषण है हम अपने विचारों को ठीक करने के लिए अपने विचारों को समझना है कैसे नकारात्मक विचार ,वेस्ट के विचार, नफरत के विचार, क्रोध के विचार ,स्वार्थ के विचार, चिंता के विचार, हमारा मन प्रदूषित होता है । स्वार्थ के विचार से किस प्रकार हम अनेक प्रदूषणों के चक्कर में फंस जाते और वातावरण प्रदूषित होता है। ब्रह्माकुमारी पारुल बहन जी ने बताया कि मेडिटेशन एक अचूक औषधि है कि हम अपने मानसिक विचारों के प्रदूषण को ठीक कर सकते हैं, कैसे हम सकारात्मक विचार कर सकते हैं, कैसे हम सभी से प्रेम भरी विचार करें ,कैसे हम शांति के विचार करें ,कैसे सकारात्मक विचार करें ,कैसे निस्वार्थ विचार करें, जिस की सारी दुनिया के अंदर से आज पर्यावरण प्रदूषण ठीक हो। और हम सभी मानसिक प्रदूषण से भी मुक्त हो जाए। इस अवसर पर सभी ने संकल्प किया कि हम मानसिक प्रदूषण के साथ-साथ मानसिक वातावरण के साथ-साथ बाहरी वातावरण भी ठीक रहने का कार्य करेंगे। और सभी ने वृक्ष पौधों को लिया और संकल्प पूरा करने के लिए अपने-अपने स्थान पर पौधे अर्पित किए गए ।इस अवसर पर गोवर्धन भाई जी हरपाल भाई जी शिवकुमार भाई विकास से सिसोदिया मोंटी चौधरी दीपक भाई कविता बहन ममता बहन छपरा बहन सुमन बहन अनेकों भाई-बहन उपस्थित रहे।