दया और करुणा द्वारा आध्यात्मिक सशक्तिकरण प्रोजेक्ट उद्घाटन

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कादमा (हरियाणा): आध्यात्मिक चेतना चिंतन और परमात्मा स्मृति से ही व्यक्ति जीवन में दया करुणा आपसी स्नेह सद्भाव और भ्रातृत्व भाव जैसे मूल्यों का विकास करता है जिससे एक शांत और समृद्ध समाज का निर्माण होता है यह उद्गार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की कादमा शाखा के तत्वावधान में रामबास में आयोजित कार्यक्रम “दया और करुणा द्वारा अध्यात्मिक सशक्तिकरण” विषय पर माउंट आबू राजस्थान से पधारी ज्ञानामृत पत्रिका की संपादिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी उर्मिला बहन ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक सशक्तिकरण से ही मानव अपनी मानसिक कमजोरियों को समाप्त कर सर्व के प्रति शुभ भावना शुभकामना के पवित्र पर कंपन प्रसारित करें तो सभी को आध्यात्मिक रूप से लाभ पहुंचेगा। राजयोगिनी ने कहा कि परमात्मा ही सभी को सच्ची दया और करुणा करने की विधि बताता है जिस विधि से हम अपने  स्वभाव संस्कार संकल्पों को परिवर्तन कर विश्व नव निर्माण में मन वचन और कर्म से सहयोग दे सकते हैं।   जननायक जनता पार्टी बाढड़ा के हलका अध्यक्ष पूर्व सरपंच राजेश सांगवान ने कहा कि अध्यात्म से ही हमारे अंदर भ्रातृत्व की भावना पैदा होती है जो घर परिवार व समाज को एकजुट करने में मदद करती है ब्रह्माकुमारी बहने समाज का अध्यात्म के बल पर सकारात्मक परिवर्तन कर रही है जिससे ही हमारा भारत देश उन्हें एक दिन सोने की चिड़िया कहलाएगा।   

क्षेत्रिय प्रभारी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने कहा की हमारी भारतीय संस्कृति दया एवं करुणा पर आधारित है लेकिन आज समाज परिवर्तन के साथ साथ जीवन के मूल्य प्राथमिकता भी बदल गई है जिसका प्रतिकूल प्रभाव पढ़ रहा है। उन्होंने कहा दया एवं करुणा ऐसा भाव है जो मानव को सभी बुराइयों क्रोध लालच अहंकार आदि से बचाता है सब के प्रति समभाव पैदा करता है। ब्रह्माकुमारी वसुधा ने करुणा और दया का एक संकल्प प्रोजेक्ट के बारे में बताते हुए कहा कि वर्ष 2022 तक हम प्रकृति, स्वयं, सभी धर्मों, घर परिवार व भाईचारे के प्रति शुभ संकल्प का फार्म ऑफलाइन व ऑनलाइन घर घर जाकर के प्रेरणा देकर के भराएंगे और उनको समय समय पर याद दिलाएंगे अपने श्रेष्ठ संकल्प को जिससे एक वातावरण बनेगा और समाज में सकारात्मक परिवर्तन आएगा।कार्यक्रम में पहुंचे डॉक्टर रोहित ने कहा कि ब्रह्मा कुमारीज संस्था द्वारा आध्यात्मिक मूल्यों का जो पाठ पढ़ाया जाता है इससे मानव की सोच सकारात्मक होती है जो दया और करुणा की भावना पैदा करती है।     

मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर निशा नरवाल ने कहा कि मानवीय मूल्य ही दया करुणा की भावना पैदा करते हैं जिसकी हमारे आपसी संबंधों को मजबूत करने में अहम भूमिका होती है। कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी उर्मिला बहन ने सभी को दया और करुणा के श्रेष्ठ संकल्प की दृढ़ प्रतिज्ञा कराई।  कार्यक्रम का शुभारंभ ब्रह्माकुमारी उर्मिला बहन, वसुधा बहन ,ज्योति बहन, पूर्व सरपंच राजेश सांगवान, डॉ रोहित, डॉ निशा नरवाल, आदि ने दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर झोझू-कादमा सेवा केंद्र की सेवा रिपोर्ट प्रस्तुत करें पुस्तक का विमोचन भी किया गया।

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