मुंबई घाटकोपर, महाराष्ट्र: डॉक्टर्स डे के अवसर पर, ब्रह्माकुमारीज योग भवन, मुंबई घाटकोपर सबजोन ने डॉक्टर्स डे डिलाइट – हमारे स्वास्थ्य और उम्मीदों के रक्षक – डॉक्टर्स, को समर्पित एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया | इस कार्यक्रम द्वारा ज्ञान, मनोरंजन, मेडिटेशन और विशेष प्रेरणाएं प्राप्त हुई | कार्यक्रम में लगभग 150 डॉक्टर्स ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. वसंत भानुशाली – कंसलटिंग फॅमिली फिजिशियन ने किया|
राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी शकु दीदी जी – ब्रह्माकुमारीज घाटकोपर सबजोन की अतिरिक्त निर्देशिका ने अपने स्वागत भाषण में डॉक्टर्स को उनके पेशेंट्स के शारीरिक (दवाओं के माध्यम से) और मानसिक (उम्मीदों के माध्यम से) स्वास्थ्य के लिए जिम्मेवार बताया। जैसे दवाइयां शरीर की बीमारियों पर काम करती हैं, वैसे ही काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार – आत्मा की बीमारियां हैं और इन्हें राजयोग के माध्यम से ठीक किया जा सकता है। अत:, उन्होंने सभी को राजयोग सीखने की प्रेरणाएं दी |
डॉ. भास्कर शाह, प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ, ज्यूपिटर हॉस्पिटल के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स के सदस्य और आशीर्वाद हार्ट हॉस्पिटल के निदेशक, इस कार्यक्रम के अतिथि वक्ता थे, और एक बहुत ही ज्ञानयुक्त सत्र में उन्होंने सभी डॉक्टर्स को “गट माइक्रोबायोटा” के बारे में बहुत उपयोगी जानकारी दी | सुखद स्वास्थ्य में पाचन तंत्र की भूमिका, स्वस्थ आहार और आदतों के बारे में उन्होंने उपयुक्त जानकारी दी | इस सत्र को सभी ने बहुत पसंद किया। डॉ. विजय खत्री – के.ई.एम हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ चेस्ट और पल्मोनरी प्रोफेसर ने इस तकनीकी सत्र का सारांश प्रस्तुत किया।
राजयोगी ब्रह्माकुमार निकुंज – आध्यात्मिक प्रेरक वक्ता, लोकप्रिय स्तंभकार और ब्रह्माकुमारीज के मीडिया विंग के राष्ट्रीय समन्वयक ने मेडिकल फ्रेटर्निटी में उठने वाले सामान्य प्रश्नों के लिए सचेतन समाधान दिए, जैसे उनके व्यस्त व्यवसाय का संतुलन, जिज्ञासु पेशेंट्स को संभालना आदि। राजयोगी निकुंज ने अपने एक उत्तर में खूबसूरती से, उदाहरण सहित आध्यात्मिकता और विज्ञान को एक-दूसरे को पूरक बताया । डॉ. भास्कर शाह ने भी इस इंटरव्यू सत्र में भाग लिया जिसे डॉ. वीना नायडू – गोदरेज हॉस्पिटल, मुंबई में चिकित्सक ने संचालित किया।
राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी डॉ. नलिनी दीदी जी – ब्रह्माकुमारीज घाटकोपर सबजोन की निर्देशिका ने अपने मुख्य भाषण में ‘दवा’ – का मरीजों पर प्रभाव और इसके बदले में डॉक्टर्स को मिलने वाली ‘दुआ’ – आशीर्वाद के विषय में सुनाया | यह दुआएं ही कर्मों के हिसाब – किताब में बढौती लाते है | उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स का कार्य उनके ‘ नेक्स्ट टू गॉड ‘ शीर्षक के साथ प्रतिध्वनित होता है।
इस कार्यक्रम में डॉ. निखिल शासने – कंसलटिंग होम्योपैथ और डांस थेरेपिस्ट द्वारा डांस थेरेपी सत्र और वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका – ब्रह्माकुमारी विष्णुप्रिया द्वारा मूविंग मेडिटेशन शामिल था। इस कार्यक्रम में सभी डॉक्टर्स को टोली (प्रसाद) और डॉक्टर्स डे ग्रीटिंग कार्ड के साथ सम्मानित किया गया।
सभी डॉक्टर्स कार्यक्रम में प्राप्त आतिथ्य से अभिभूत थे और उनके प्रयासों को पहचान कर और उनके इस विशेष दिवस (डॉक्टर्स डे) पर उन्हें खास महसूस कराया गया, इस बात की सराहना की |