आबू रोड राजस्थान। भट्टी प्रथम सत्र में सुदेश दीदी ने भट्टी का आध्यात्मिक रहस्य बताया, अवतार भाई जी (राष्ट्रीय संयोजक, समाज सेवा प्रभाग) ने अपने मधुर शब्दों के द्वारा आए हुए सभी भाई बहनों का स्वागत किया, डॉ सविता दीदी ने ट्रेनिंग और भट्टी के दौरान रोज दिनचर्या में रखी जाने वाली सावधानियों के बारे में अवगत कराया, आशा दीदी (दिल्ली सब जॉन कोऑर्डिनेटर, सोशल विंग) ने भट्टी का लक्ष्य और उद्देश्य बताएं, पूर्णिमा दीदी (गुजरात कोऑर्डिनेटर- सोशल विंग, नडियाद) ने मम्मा बाबा के अनुभव सुनाए गिरीश भाई जी (मोटिवेशन स्पीकर, मुंबई) ने अपने शब्दों से सभी के अन्दर उमंग उत्साह भरे। बीरेंद्र भाई जी (मधुबन कोऑर्डिनेटर, सोशल विंग) ने आये हुए सभी भाई-बहनों का धन्यवाद ज्ञापन किया तथा अंकिता बहन (अजमेर सब जॉन कोऑर्डिनेटर- सोशल विंग) ने मंच संचालन किया।
आदरणीय सुदेश दीदी ने बताया कि भट्टी अर्थात अपने आप को अग्नि में तपाना क्योंकि अग्नि कभी भी मैली नहीं होती बल्कि वह निखारती है अपने जीवन से दूसरों का जीवन बनाने की यह ईश्वरीय भट्टी है। आप समाजसेवियों द्वारा समाज की सभी समस्याएं खत्म हो जाए ऐसी भट्टी अर्थात तपस्या करके इस मानसरोवर से जाना है। यह रंगरेज की भट्टी है क्योंकि परमात्मा हमें सुख शांति पवित्रता के रंग में रंग रहा है इसलिए परमपिता परमात्मा शिव रंगरेज है जिसका रंग कभी भी नहीं उतरता।
राजयोगिनी संतोष दीदी जी (अध्यक्षा समाज सेवा प्रभाग) ने बताया कि मम्मा हमेशा हमें इस बात को याद करवाती थी कि करन करावनहार करवा रहा है, हम सभी निमित हैं। यह ईश्वरीय सेवाएं सुखद सेवाएं हैं सेवा जितनी हम दूसरों की सुख देने के लिए करते हैं उतनी हमें खुशी मिलती है और हम आगे बढ़ते हैं। बस इस बात का हम ध्यान रखें की सेवा करते हुए मैं पन ना आए और सेवा निस्वार्थ भाव से हो।
पूर्णिमा दीदी (नडियाद) ने भट्टी में आए हुए सभी भाई-बहनों को मम्मा-बाबा के अनुभव सुनाए और कहा कि यज्ञ के द्वारा जो भी साहित्य लिखा गया है उसको जितना हम पढ़ेंगे और मनन चिंतन करेंगे उससे हमारी स्थिति श्रेष्ठ होगी।
अवतार भाई जी (राष्ट्रीय संयोजक- समाज सेवा प्रभाग) ने बताया कि 40,000 से अधिक समाज सेवी संगठन पूरे देश में जो आधिकारिक रूप से रजिस्टर है वह देश में काम कर रही हैं। इसके अलावा समाज कल्याण मंत्रालय केंद्र में भी है और राज्य में भी है लेकिन सभी संगठनों की आध्यात्मिक सेवा करने के लिए बापदादा की प्रेरणाओं से आदरणीय जगदीश भाई जी ने विंग का निर्माण किया ताकी विस्तृत सेवा हो सके जिसमें से एक विंग समाज सेवा प्रभाग बनाया गया ताकि सभी समाजसेवियों को परमात्मा का परिचय मिले।
डॉ सविता दीदी ने कहा कि इस भट्टी में हम सभी अपने मोबाइल से ध्यान हटाकर खुद को चार्ज चार्ज करना है। यह स्थान मानसरोवर है शास्त्रों में भी गायन है मानसरोवर में डुबकी लगाने से परी और पारिजादे बन जाते हैं अर्थात यहां हम ज्ञान योग की डुबकी लगाकर फरिश्ते बनकर जाएं। दीदी जी ने भट्टी और ट्रेनिंग में दिनचर्या के अंतर्गत ध्यान रखने वाली बातो से सभी को अवगत कराया।
आशा दीदी जी (दिल्ली) ने ट्रेनिंग का लक्ष्य और उद्देश्य बताया एवं कहा कि हम इस तरीके से सेवा करें जो सभी आत्माओं को परमात्मा का परिचय मिल जाए। भट्टी में हम सभी पावरफुल बनते हैं और हमारी स्थिति श्रेष्ठ बनाने का यह सबसे अच्छा चांस हम सभी को मिला है इसलिए इस चांस का जरूर हम सभी फायदा उठाएं।
बीरेंद्र भाई जी (मधुबन कोऑर्डिनेटर, सोशल विंग) ने समाज सेवा प्रभाग द्वारा की जा रही सेवाओं तथा विंग द्वारा जो भी कार्यक्रम होते हैं उनकी रूपरेखा के बारे में सभी को प्रोजेक्टर के माध्यम से जानकारी दी।
गिरीश भाई जी (मोटिवेशनल स्पीकर) ने कार्यक्रम के अंतर्गत सभी को मंच संचालन और सेवाओं में और अधिक नवीनता लाने की टिप्स बताया और उन्होंने कहा कि जब हम हमारे संकल्प को हम जितना श्रेष्ठ रखेंगे तो हमारा हर कार्य श्रेष्ठ होगा इसलिए कभी भी यह न सोचे कि मुझे कुछ नहीं आता आप जितने अच्छे संकल्प अपनी बुद्धि को देंगे बुद्धि उसी अनुसार कार्य करेगी। इसलिए कभी भी अपने को छोटा ना समझे अगर आप कोई भी श्रेष्ठ कार्य करने का एक कदम आगे बढ़ाएंगे तो परमात्मा हजार कम आपको मदद करेगा।