अंबाला सिटी: समस्याओं को समस्या मानना ही सबसे बड़ी समस्या है, अपने मन की शक्तियों को बढ़ाएंगे तो समस्या अपने आप ही समाप्त हो जाएंगी

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अंबाला सिटी,हरियाणा: ब्रह्माकुमारीज सुप्रीम लाइट हॉउस , 214-215, जग्गी कॉलोनी, फेस -2, अंबाला सिटी द्वारा एक विशाल भव्य कार्यक्रम कार्येक्रम का आयोजन किया गया जिसका विषय “सांसारिक समस्याएं, आध्यात्मिक समाधान” रहा। बीके दिव्या दीदीजी और बीके मीरा दीदीजी द्वारा सूरज भाईजी,गीता दिदीजी का तिलक और बुके द्वारा स्वागत और सम्मान किया गया ।

मुख्य वक्ता राजयोगी ब्रह्माकुमार सूरज भाई जी जोकि विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक वक्ता है  जी ने कहा आज आप इस संसार में देख सकते हैं, आज सबके जीवन में भिन्न भिन्न तरह की समस्याएं है। मेरे पास लोग बहुत आते हैं भिन्न भिन्न तरह की समस्याएं लेकर। में देखता हूँ की समस्याओं का मूल बीज क्या है। जहां से हमने ये कार्य शुरू किया था। भगवान के एक महावाक्ये से शुरू किया था। समस्याएं और कुछ नहीं कमजोर मन की रचना है। तो मुझे विचार आया अगर एक कमजोर मन समस्याओं का निर्माण करता है तो शक्तिशाली मन उन्हें नष्ट भी तो करेगा।  आज मनुष्य का मन कमज़ोर हो गया क्यूंकि मनुष्य अपने देवत्व को भूल गया। उसका झुकाव एक ही चीज की और हो गया,  आप जानते हैं वो है धन। धन ही सब कुछ है। संबंध कुछ नहीं होते। जो धनवान है वो वीआईपी है। ये गलत मान्यताएं मनुष्य को नीचे की ओर ले गई। हमें अपने अंदर झांक कर देखना है। सभी देखे हमारे अंदर संपूर्ण देवत्व विद्यमान है। देखे कितने प्योर संस्कार है हमारे, कितनी गहन शांति समाई हुई है हमारे अंदर, हम बहुत शक्तिशाली है हम इन सब चीजों को भूलकर अहम में जीने लगे। मनुष्य दूसरे को बदलना चाहता है, बदलना चाहिए पहले खुद को। दूसरों को बदलने की शक्ति तो हमारे पास है ही नहीं। हमारे पास यदि शक्ति है तो खुद को बदलने की है। डॉक्टरस बता रहे थे कि कोरोना में मरने वालों में ज्यादा संख्या कोरोना के कारण नहीं भय के कारण थी। हमें अपनी मन की शक्तियों को बढ़ाना है। आज का हम विशेष लक्ष्य लेकर चलेंगे “मन की शक्तियों को बढ़ाना है तो ये समस्याएं वैसे ही समाप्त हो जाएंगी”। आज कितने डायवोर्स हो रहे, कितनी ही बीमारियां हो रही है अचानक हार्ट अटैक हो रहे है क्योंकि आज हमारा मन कमज़ोर हो गया है। हमें अपने संबंधों को मजबूत बनाना है। ताकि परिवार में हर व्यक्ति को जीने का मन करे। मनुष्य को समस्याओं को चैलेंज मानकर पार करना है। “बातें बड़ी नही होती हम सोच सोचकर उन्हें बड़ा कर देते है”। आज सबसे बड़ी समस्या ओवरथिंकिन्ग है हम अपनी शक्तियों को बढ़ाएं तो ये समस्याएं कुछ भी नही। स्वीकार करें भगवान हमारा मात पिता हैं, वह हमें प्यार करता है, हमारी संभाल करता है जैसे हमारे मात पिता करते हैं जैसे शेर का बच्चा शेर होगा हम सब भगवान के बच्चे हैं, वो सर्व शक्तिवान है तो हम उसके बच्चे कमजोर कैसे होंगे। वह सर्व शक्तिवान है हम भी मास्टर सर्व शक्तिवान है। हमारी शक्तियां कहां है, क्या वो कहीं सोई है हमें उन्हें जगाना है। सवेरे आंख खुलते ही 7 दिन अभ्यास करें मैं सर्वशक्तिवान की संतान मास्टर सर्वशक्तिवान। इससे ही सोई हुई शक्तियां जागृत होगी। जिस शक्ति ओर जिस अच्छी बात को हम हमारे जीवन में लाना चाहते है सुबह उठते ही उसका संकल्प करे की में उस शक्ति से भरपूर हूं।

राजयोगिनी बीके गीता दीदी ने कहा हमें सदा जीवन में सदा मुस्कुराते रहना है, हर परिस्थिति का सामना मुस्कुराकर करना है। हर पल शुक्राना करना है सबका। कभी भी किसी को दुख नहीं देना।आध्यात्मिकता, पॉजिटिव थिंकिंग, मुस्कुराहट क्षमा भाव, खुदा को दोस्त बनाने से सर्व समस्याओं का समाधान पाया जा सकता है । कार्येक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। सभी अतिथियों का फूलों की माला से स्वागत किया गया। कार्येक्रम में शहर की जानीमानी हस्तिया मौज़ूद रही। बीके मीरा दीदीजी  ब्रह्माकुमारीज सुप्रीम लाइट हाउस जग्गी कॉलोनी सेंटर के सह संचालिका ने सारी सभा को राजयोग की अनुभूति करवाई। बीके दिव्या दीदीजी मुख्य संचालिका ने सभा का धन्यवाद किया । बीके आशा दीदीजी अंबाला कैंट सर्किल सब जोन इंचार्ज ने सभी के प्रति आशीर्वचन दिए । प्रोग्राम के अंत में सभी को ईश्वरीय सौगात और टोली दी गई ।

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