बैतूल: गुरुपुर्णिमा के अवसर पर राजयोगी आत्मप्रकाश जी (मधुबन) द्वारा मन प्रबंधन विषय पर व्याख्यान

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दीप प्रज्वलन फोटो Caption:   दाएं से सरोज पाटिल (प्राचार्या शासकीय महाविद्यालय, आठनेर), विद्या निर्गुडकर (केंद्र निदेशक आकाशवाणी, बैतूल), मधुबाला देशमुख (अध्यक्ष, लायन क्लब,बैतूल), मीर एंथोनी (समाज सेविका),राजयोगी आत्मप्रकाश (वरिष्ठ राजयोग शिक्षक),ब्रह्माकुमारी मंजू, डॉ कृष्णा मौसिक (स्त्रीरोग विशेषज्ञ), ब्रह्माकुमारी सुनिता बहन एवं अन्य

जीवन में खुशियों आधार है मन प्रबंधन – राजयोगी आत्मप्रकाश

बैतूल,मध्य प्रदेश।  अगर हम अपने जीवन में खुश रहना चाहते हैं, सुखी रहना चाहते हैं, और जीवन का पूर्ण आनंद लेना चाहते हैं तो सर्वप्रथम हमें अपने मन का प्रबंध करना सीखना होगा। मन में उत्पन्न होने वाले विचार अगर नकारात्मक होंगे तो हम कभी भी जीवन को आनंदित रूप से नहीं जी सकते । यह विचार माउंट आबू राजस्थान से पधारे राजयोगी ब्रह्माकुमार आत्मप्रकाश भाई जी ने आज ब्रह्माकुमारीज के भाग्य विधाता भवन में “मन प्रबंधन” विषय पर आयोजित कार्यक्रम में कहें। उन्होंने आगे कहा की राजयोग वह विधि है जिसके द्वारा हम सहज ही अपने मन का प्रबंधन कर उसे सकारात्मक दिशा दे सकते हैं, सकारात्मक विचार वह पूंजी है जिसके द्वारा नकारात्मक परिस्थितियों में हम सकारात्मक रह सकते है। जिससे मन शांत रहता है विचलित नहीं होता।

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