कर्म हमारे श्रेष्ठ बनेगें, जब हम खुद पर गौर करेंगे-ब्रह्माकुमारीज
श्रेष्ठ संकल्पों से ही श्रेष्ठ जीवन का निर्माण होता है-बीके रजनी
छतरपुर,मध्य प्रदेश। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय किशोर सागर द्वारा छतरपुर जिला जेल में सभी बंदियों के लिए रक्षाबंधन के उपलक्ष्य में एवं उनके जीवन को श्रेष्ठ बनाने के लिए श्रेष्ठ कर्मों की शिक्षा देने हेतु कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम ईश्वरीय स्मृति से की गई तत्पश्चात बीके रजनी ने सभी बंदियों को संबोधित करते हुए कहा कि जब हम खुद पर गौर करेंगे तभी हमारे कर्म श्रेष्ठ बनेंगे और जैसा कर्म हम करेंगे हमें देखकर और करेंगे। हमें अपनी रक्षा करने के लिए पहले प्रकृति की रक्षा करनी होगी। इस धरती से गलत कर्मो के बोझ को खत्म करने के लिए हमें अपने संस्कार और स्वभाव को बदलना होगा। बदला लेने की प्रवृत्ति को छोड़कर बदलकर दिखाना होगा।
बीके शिल्पा ने अपने उद्बोधन में कहा कि देवी देवता अर्थात देने वाला लेकिन उनमें यह देने की शक्ति आई कहां से यह विचार करने की बात है। हमारे देवी देवताओं ने भी परमात्मा शिव से दिव्य शक्तियों की प्राप्ति की और वह शक्तियां थीं सहनशक्ति, समाने की शक्ति, हर परिस्थिति का सामना करने की शक्ति, सर्व का सहयोग करने की शक्ति यदि हमें भी यह शक्तियां धारण करना है तो परमात्मा सर्व शक्तियों का सागर है उनको ही याद करके हम शक्तिशाली बन सकते हैं।
इस अवसर पर बीके सपना एवं बीके ज्योति द्वारा अनेक एक्टिविटी कराई गई तत्पश्चात सभी बंदी भाइयों को ईश्वरीय रक्षासूत्र, ईश्वरीय साहित्य एवं प्रसाद वितरण किया गया।
बंदी भाइयों को रक्षासूत्र बांधने के पश्चात महिला कैदियों को भी रक्षासूत्र बांधा गया।
इस अवसर पर जेलर राम शिरोमणि पांडे जी समस्त स्टाफ, बीके रमेश भाई, राम, सोबन, रामपाल भाई, फूला बहन उपस्थित रहीं।
इस कार्यक्रम में 500 बंदी भाई बहनों को रक्षासूत्र बांधा गया। रक्षासूत्र बंधवाते हुए सभी बंदी भाई बहनें भावुक हो गए और उनकी आंखों से प्रेम के आंसू छलक उठे। सभी ने बहनों को धन्यवाद दिया।