“मन के विचार जिस दिशा मे चलते है वही विचार हमे ख़ुशी या तनाव का अनुभव कराते है ” – राजयोगी ब्रह्माकुमार CA ललित भाई, Mount Abu
नागपूर, महाराष्ट्र: ब्रह्माकुमारीज् द्वारा चार्टर्ड अकाउंटन्टस, कंपनी सेक्रेटरीज, बैकर्स, कानूनी पेशेवरों और CA और CS छात्रो के लिए “तनाव घटाओ, खुशियाँ बढ़ाओ” इस विषय पर एक आध्यात्मिक सत्र का आयोजन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ l कार्यक्रम का आयोजन वर्धा रोड स्थित विश्व शांती सरोवर ट्रेनिंग सेन्टर पर किया था l इस अवसर पर विशेष संबोधित करने Mount Abu राजस्थान से राजयोगी बी.के. CA ललित भाई जी पधारे थे l आप पिछले 31 सालों से विद्यालय से जुड़े हुए है। आप प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के सचिव हैl आप 7 से भी अधिक ट्रस्ट तथा सोसायटी के ट्रस्टी है l आपने लेखा, आयकर, जीएसटी, कंप्यूटर बेसिक्स आदि से संबंधित विभिन्न व्यावसायिक विषयों पर 500 से अधिक व्याख्यान दिए l आप युवा विंग योजना समिति के सदस्य तथा दिव्यांग सेवा के उपाध्यक्ष है तथा युवा वर्ग योजना समिति के आप सदस्य है। कार्यक्रम मे Income Tax bar association, नागपुर के – भ्राता राजेश लोया जी, Badjate stock and shares के owner तथा मैनेजिंग डायरेक्टर – भ्राता अनुज बडजाते जी, ICAI के chairman – भ्राता अक्षय गुल्हाने जी, ICSI के chairman – भ्राता भावेश थडानी जी तथा ब्रह्माकुमारीज् नागपूर विभाग कि संचालिका राजयोगिनी बी.के. रजनी दीदी जी, सह-संचालिका राजयोगिनी बीके. मनीषा दीदी जी आदी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के विशेष वक्ता राजयोगी बी के ललित भाई जी ने “तनाव घटाओ, खुशियाँ बढ़ाओ” इस विषय पर प्रकाश डालते हुये कहा हमारे विचारो का शरीर पर कैसे प्रभाव पडता है वह सटीक तरीके से सभी के समक्ष रखाA मन जितना जिस दिशा मे चलता है वही विचार हमे खुशियो का या तनाव का अनुभव कराते हैA सारा मन का खेल हैA शरीर कि इंद्रीयोसे जो कार्य करना है, तो कर सकते, कराया भी जा सकते है, वो भी ट्रेनिंग दी जाती है परंतु मन को कहा लागनां उसकी कैसे ट्रेनिंग दी जाये… जिससे कि खुशी सदा बढती जाये उसका तरीका उन्होंने समझाया. मन पॉझिटिव्ह है तो खुशी का अनुभव है, परंतु मन में अगर नेगेटिव चल रहा है तो कितने भी अच्छे सामने पकवान रखे है, सुख सुविधा है, मित्र संबंधी होते हुए भी चेहरे पर चिंता तनाव की लकीर दिखाई देती हैA पॉझिटिव्हिटी और निगेटिव्हिटी के बारे बताते हुए उन्होंने गणित का फार्मूला स्पष्ट करते हुए कहा जैसे +ve x +ve = +ve, -ve x -ve = +ve, जो चीज हमें करनी चाहिए वह हम करते है तो पॉजिटिव हैA जैसे सुबह एक्सरसाइज करना चाहिए, मीठा बोलना चाहिए, समय पर सभी काम करने चाहिए और अगर हम करते है तो पॉझिटिव्ह हैA जो चीज नही करनी चाहिये वो हम नही करते है तो वो भी पॉझिटिव्ह हैA जो चीज नही करनी चाहिये वो हम करते है तो वो निगेटिव्ह है. जैसे अल्कोहल नही पीना चाहिए, गुस्सा नहीं करना चाहिए फिर भी अगर हम करते है तो निगेटिव्हिटी है।
दुनिया मे कोई भी घडी की ऍडव्हरटाईज करते है तो वहां पर दस बजकर दस मिनट दिखाई जाती है क्योंकि यह घड़ी का स्मायलींग फेस हैA लेकिन आजकल हर मनुष्य के चेहरे पर 4 बजकर 40 मिनट ही दिखाई देते हैA उन्होंने मन रुपी घोड़े को कंट्रोल करने के लिये गुर सिखाये. जीवन मे तनाव को घटाकर खुश रहने और सबको खुश रखने के लिये उन्होंने कहा कि ३ बाते प्रतिदिन हमें करनी है दुवाये सदा देते रहना है चाहे व्यक्ती हो, वस्तु, स्थान या घटना को सभी को दुवाये दे सकते है. हमारे विचारों का प्रभाव सभी वस्तुओं पर भी पड़ता हैA दिन मे ५१ बार हर किसी को छोटी छोटी बातो के लिये भी दिल से thanks देना है और दिन मे २१ बार किसी न किसी की तारीफ करनी है परंतु व वह तारीफ झूठी न हो इसलिये सबकी विशेषताओं को देखने का नजरिया अपनाना है।
कार्यक्रम मे आये IncomeTax bar assocation के भ्राता राजेश लोया जी ने अपना मनोगत व्यक्त करते हुये कहा कि ख़ुश रहना यह एक मन कि बात हैA हमे यहा आकर मंत्र मिला हैA दुनिया मे मंत्र बताने वाले बहुत है लेकीन तंत्र हमे यहा आकर मिला हैA भ्राता अनुज बडजाते जी ने कहा कि स्टोक मार्केट मे जो सदा उतार चढाव आते रहते है, इससे हम अपना मन शांत और तणाव को कंट्रोल मे रख सकते हैA ICAI के chairman भ्राता अक्षय गुल्हाने जी उस कहा कि वर्तमान समय मानसिक तनाव है परंतु उन्होने कहा कि मैने कई किताबे पडी है लेकीन जो गणित का फोर्मूला सुना वो जीवन कि सिख हो गयीA ICSI के chairman भ्राता भावेश थडानी जी ने कहा मुझे यहा से विशेष सीखने को मिला कि हमे सभी को दुवाये देनी है तो उससे हमे रिटर्न मे ज्यादा दुवाये मिलेगी।
कार्यक्रम का आरंभ सभी को पुष्पगुच्छ देकर कियाA बी.के. रजनी दीदी जी, सभी का शब्द सुमन से सभी महानुभाव का स्वागत किया.इस कार्यक्रम का लाभ ५०० से अधिक लोगो ने लिया. कार्यक्रम के अंत मे राजयोगिनी बी.के. मनीषा दीदी ने मेडिटेशन द्वारा सभी को खुशीयो का अनुभव करवायांA कु कशिश ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत कियाA कार्यक्रम का कुशल संचालन जरीपटका सेवा केंद्र के संचालक बी. के. नीलिमा दीदी ने किया, विद्यालय का परिचय सोनेगाव सेवा केंद्र के संचालिका बी.के. किरण दीदी तथा आभार प्रदर्शन बी.के. प्रेम प्रकाश भाई जी ने किया।