इंदौर: शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया

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इंदौर,मध्य प्रदेश। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के प्रेमनगर सेवाकेंद्र पर शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसका विषय था ”जीवन को स्वस्थ एवं सशक्त बनाने में शिक्षकों की भूमिका”, जिसमे उपस्थित मुख्य अतिथि –

1.      भ्राता डा जितेन्द्र सिंह (प्रोफेसर आईईटी डी.ए.वी.वी)

2.      भ्राता सुनील बर्वे (वरिष्ठ शिक्षक नालंदा विद्यालय)

3.      भ्राता पवन मखीजा जी (प्रोफेसर SGITS कॉलेज, इंदौर)

4.      बहन मनप्रीत राजपाल जी (प्रोफेसर लॉ कॉलेज)

5.      ब्र.कु. शशि दीदी जी ( मुख्य प्रभारी, प्रेमनगर यूनिट )

6.      ब्र.कु. रक्षा दीदी ( प्रभारी, राजेंद्र नगर उपसेवाकेंद्र )

7.      ब्र.कु. यश्वनी दीदी (प्रभारी, बिजलपुर उपसेवाकेंद्र )

ब्र.कु. यश्वनी दीदी एवं ब्र.कु. शारदा दीदी ने सभी अतिथियों का पुष्प गुच्छो, श्रीफल एवं शाल देकर स्वागत-सम्मान  किया |

ब्र.कु. शशि दीदी जी ने इस अवसर पर कहा कि शिक्षक सिर्फ किताबो में लिखे शब्दों को पढ़ाने वाले नहीं होते वे हमे जीवन के महत्वपूर्ण सबक भी सिखाते हैं | हमारे भविष्य कि आकर देते हैं हमारे सपनो को पंख देते हैं | हमारे टीचर्स हम स्टूडेंट्स की छोटी- छोटी उपलब्धियों पर गर्व करते हैं, हमारी गलतियों को सुधारने में मदद करते हैं | जीवन को स्वस्थ एवं सशक्त बनाने के लिए आध्यात्मिकता ज़रूरी है, जिससे हमारे विचारों में सकारात्मकता आती है | एक सकारात्मक विचार हमारी किस्मत बदल देता और अध्यात्म के स्त्रोत सर्वोच्च शिक्षक परमपिता है, जिनसे कनेक्ट रहने से हमारे अन्दर वैल्यू जाती है और किसी भी समस्या से लड़ने/समाधान की ताकत आती है | हमारी मूल्यनिष्ठ शिक्षक भारतीय संस्कृति को जिन्दा रखते है |

कहा भी गया है –

“जो दूसरों को मारकर खाए वो विकृति है, आप अपना खाए दिसरा अपना खाए वो प्रकृति है, जो अपना खाएं और दूसरों को भी खिलाने की चिंता करे वह संस्कृति है |

भ्राता डा जितेन्द्र सिंह, भ्राता सुनील बर्वे, भ्राता पवन मखीजा जी एवं बहन मनप्रीत राजपाल जी ने इस अवसर पर अपने प्रमुख विचार व्यक्त कर सभी को शिक्षकों का महत्व समझाया | कार्यक्रम का कुशल संचालन ब्र.कु. रक्षा दीदी ने किया |

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