सहारनपुर: दिव्य शक्ति अखाड़ा धाम के द्वारा संत सम्मान एवं महामंडलेश्वर सुशोभन कार्यक्रम का आयोजन किया गया

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सहारनपुर , उत्तर प्रदेश: दिव्य शक्ति अखाड़ा धाम के द्वारा संत सम्मान एवं महामंडलेश्वर सुशोभन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के पद से इंदौर से धार्मिक प्रभाग के जोनल कोऑर्डिनेटर ब्रह्मा कुमार नारायण भाई ने संत समागम को संबोधित करते हुए बताया की धर्म क्या है जब आत्मा स्वधर्म में स्थित होती है वास्तव में वही सत्य धर्म है और आध्यात्मि हमें जीवन जीने की सत्य राह दिखाता है। मैं कौन हूं मेरा कौन है और श्रेष्ठ कर्मों की नॉलेज मिलती है जिसे जीवन में हल्कापन आता है। ब्रह्माकुमारी राजेश्वरी बहन पटेल नगर दिल्ली ने अपने उद्बोधन में बताया की कोई भी समस्या का समाधान शस्त्र नहीं है हमारी आंतरिक शक्ति हैं जब हमारे जीवन में सत्य ज्ञान का उदय होता है तो आंतरिक शक्तियों विकसित होती है जिससे हम जीवन में आने वाली समस्याओं का नाश कर सकते हैं। स्वामी कौशलेंद्र जी ने बताया की संत वास्तव में वही होते हैं जो परोपकार के लिए जीवन जीते हैं समाज से उनको कुछ प्राप्ति होनी चाहिए जिससे उनके जीवन में तकलीफें कम हो। स्वामी रामदेव जी महाराज ने बताया कि अब समय आ गया है अब हमें जागना होगा अगर नहीं जागे तो यह सनातन धर्म खत्म हो जाएगा हमें सनातन धर्म की रक्षा के लिए सभी को जागृत करना होगा। आचार्य महामंडलेश्वर कमल किशोर जी महाराज जी ने कहा किआज दो संतों का सुशोभन किया जा रहा है जो महामंडलेश्वर के अलंकार से सुशोभित हो रहे हैं सूरत से निता और दिल्ली से पधारे राकेश ओझा जी का सुशोभन किया जा रहा है जो हमारे लिए गर्व की बात है। हम ज्यादा से ज्यादा अपने अखाड़ा की सदस्यता को बढ़ाएं तो धर्म की रक्षा हो सकेगी यही हमारा संत समाज का लक्ष्य है ।हमें धर्म के लिए अब सभी को खड़ा होना होगा। उन्होंने आगे ब्रह्माकुमारी आश्रम की बारे में बताते हुई कहा कि वहां की पवित्रता स्वच्छता स्वत मन को आकर्षित करती है। पहले मुझे लोगों ने बहुत भ रमाया लेकिन जब मैं वहां जाकर देखा तो वास्तव में में आश्चर्यचकित रह गया वहां कथनी करनी एक है। कार्यक्रम में अनेक संतों ने उद्बोधनदिए ।इस अवसर पर डॉक्टर हरीश रावत जी और अखाड़ा के प्रमुख स्वामी निरंजन नाथ जी महाराज, राष्ट्रीय गौ रक्षा अध्यक्ष आशु मोदीया जी, वीरसंत जी महाराज, स्वामी मंगलानंद जी ने भी अपने विचार व्यक्त किये ।कार्यक्रम के अंत में नीता बहन का पुष्पों के द्वारा और शाल उड़ाकर उनका महामंडलेश्वर के पद से सुशोभित किया गया उनका संत समाज की ओर से स्वागत किया गया। इस कार्यक्रम में सहारनपुर की ब्रह्माकुमारी रानी बहन ने भी उद्बोधन दिया बताया राजयोग से ही जीवन में शांति आती है अतः आप सभी राजयोग के द्वारा अपने जीवन को श्रेष्ठ बनाने की प्रेरणा अवश्य लें। कार्यक्रम के अंत में ब्रह्मा कुमार नारायण भाई राजेश्वरी बहन का सम्मान किया गया।

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