व्यर्थ ,निगेटिव,निर्बल विचारों की सफाई कर दिव्य गुणों का आह्वान कर श्री महालक्ष्मी समान धन,धान्य, शुभकामनाओं रूपी अखुट खजानों से सदा संपन्न बनना है…
भिलाई, छत्तीसगढ़ : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा सेक्टर 7 स्थित अंतर्दिशा भवन के पीस ऑडिटोरियम में कमलासनधारी,वैकुंठवासिनि श्री महालक्ष्मी जी के सृष्टि पर आगमन,रौशनी, खुशी, दीपों के महापर्व दीपावली को बड़े ही उमंग उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
भिलाई सेवाकेंद्रो की निदेशिका ब्रह्माकुमारी आशा दीदी जी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि दीपावली पर्व में हम सभी घर के कोने कोने की सफाई करते है,और दीपों से घर को सजाते है। ठीक इसी प्रकार मन में आने वाले व्यर्थ ,निगेटिव, निर्बल रूपी विचारों की सफाई कर दिव्य गुणों का आह्वान कर श्री महालक्ष्मी समान धन, धान्य,खुशी,सर्व के प्रति शुभकामनाओं रूपी अखुट खजानों से सदा संपन्न बनना है।*
पुराने दुख देने वाले संस्कारों की सफाई कर नए सुख देने वाले दिव्य गुणों की धारणा हो हमारे जीवन में।
पीस ऑडिटोरियम की मनमोहक सजावट, बाबा के कमरे(मेडिटेशन रूम) के शांति के प्रकंपन,श्री महालक्ष्मी जी की विशाल रंगोली मानो सभी को कह रही हो कि अब धरा पर श्री लक्ष्मी नारायण के राज्य का आगमन होने वाला है।
प्रातः राजयोग सत्र पश्चात् ब्रह्माकुमारी आशा दीदी जी द्वारा परमात्म को भोग स्वीकार कराया गया। तपश्चात सभी ब्रह्माकुमारी दीदियों द्वारा दीपक जलाए गए।
इस अवसर पर डिवाइन ग्रुप के बच्चों द्वारा सुंदर नृत्य प्रस्तुत किया गया,जिसमें सभी ब्रह्मवतसों ने भी साथ में उमंग उत्साह से दैवीय संस्कार मिलन की स्मृति में उमंग उत्साह से दीपावली पर्व की खुशियां मनाई।